वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 22 Mar 2025 07:33:12 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar Cattle Farmers : तिरहुत दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड (तिमुल) ने शुक्रवार, 21 मार्च 2025 को कांटी के पशु आहार कारखाना में एक आमसभा का आयोजन किया। इस सभा में सात जिलों से संबद्ध समितियों के 845 अध्यक्षों ने हिस्सा लिया। सभा की अध्यक्षता तिमुल की अध्यक्ष सुशीला देवी ने की। इस दौरान निदेशक मंडल के सदस्य, प्रबंध निदेशक फूल कुमार झा, कॉम्फेड प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार और सहायक महाप्रबंधक मौजूद रहे।
मवेशी पालकों के लिए अहम फैसले
सभा में मवेशी पालकों के हित में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। अध्यक्षों ने दूध के दाम में वृद्धि, मवेशी पालकों के लिए ऋण सुविधा, मवेशियों का बीमा, नियमित भुगतान और भारवाहक दर जैसे मुद्दों को उठाया। प्रबंध निदेशक फूल कुमार झा ने बताया कि मवेशी पालकों को ऋण और बीमा की सुविधा जल्द शुरू की जाएगी, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके। एक प्रतिनिधि ने कहा, "दूध के दाम बढ़ने से हमें राहत मिलेगी, लेकिन बीमा और ऋण की सुविधा हमारी सबसे बड़ी जरूरत है।"
भविष्य की योजनाएं
फूल कुमार झा ने तिमुल की भविष्य की योजनाओं का खाका पेश किया। इनमें शामिल हैं:
गोपालगंज में नई डेयरी: एक लाख लीटर क्षमता की डेयरी का निर्माण।
दही उत्पादन: संघ में स्वचालित संयंत्र की स्थापना।
सीतामढ़ी में विस्तार: 30 मीट्रिक टन क्षमता का दुग्ध चूर्ण संयंत्र और सोनपापड़ी-बालूशाही का विदेशों में निर्यात।
कुलशिप संयंत्र: डेयरी में कुलशिप संयंत्र की स्थापना।
आइसक्रीम बिक्री: बिक्री बढ़ाने के लिए आधारभूत संरचना का विस्तार।
ग्रामीण विपणन: ग्रामीण स्तर पर विपणन को बढ़ावा देने की योजना।
सभा में मौजूद लोग
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार राय, नागेश्वर राय, राधे कृष्ण सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। अतिथियों का स्वागत परवेज आलम, डॉ. एसबी हजारिका, अवधेश कुमार, दीपक कुमार और सुनील कुमार ने किया। सभा में मवेशी पालकों की समस्याओं को सुनकर उनके समाधान का भरोसा दिलाया गया।
क्या होगा असर?
तिमुल की इन योजनाओं से मवेशी पालकों को आर्थिक सहारा मिलेगा। दूध के दाम में वृद्धि और निर्यात की योजनाएं स्थानीय किसानों की आय बढ़ा सकती हैं। हालांकि, कुछ किसानों का कहना है कि इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने में समय लग सकता है। तिमुल का यह कदम बिहार में डेयरी उद्योग को नई दिशा दे सकता है।