मनोज तिवारी की सभा में रामसूरत राय के समर्थकों ने किया हंगामा, अपने नेता का टिकट काटे जाने से हैं नाराज

मुजफ्फरपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान रामसूरत राय के समर्थकों ने जमकर हंगामा मचाया। मंच पर मौजूद मनोज तिवारी ने समर्थकों से शांति की अपील की, लेकिन दो घंटे तक बवाल चलता रहा। पुलिस ने हस्तक्षेप के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 16 Oct 2025 09:54:29 PM IST

बिहार

- फ़ोटो सोशल मीडिया

MUZAFFARPUR: एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन मंगलवार को हंगामे की भेंट चढ़ गया। मुजफ्फरपुर क्लब में आयोजित इस कार्यक्रम में मंच पर भाजपा सांसद और लोकप्रिय गायक मनोज तिवारी मौजूद थे। वे एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। लेकिन जैसे ही उन्होंने भाषण शुरू किया, पूर्व मंत्री राम सूरत राय के समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए सभा में हंगामा शुरू कर दिया।


जानकारी के अनुसार, औराई विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री राम सूरत राय का टिकट भाजपा ने काटकर पूर्व सांसद अजय निषाद की पत्नी रामा निषाद को उम्मीदवार बनाया है। इस फैसले से राम सूरत राय और उनके समर्थक नाराज चल रहे थे। सम्मेलन में जब सभी उम्मीदवारों का परिचय कराया जा रहा था, तभी उनके समर्थक बड़ी संख्या में पहुंच गए और “राम सूरत राय को न्याय दो” के नारे लगाने लगे।


मनोज तिवारी ने माइक संभालकर समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि मंच की गरिमा बरकरार रखें, लेकिन हंगामा बढ़ता ही गया। करीब दो घंटे तक कार्यक्रम बाधित रहा। अंततः स्थिति बिगड़ते देख पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और हालात पर नियंत्रण पाया। 


एनडीए की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के कई वरिष्ठ भाजपा और जदयू नेता मौजूद थे। इसी दौरान एनडीए गठबंधन के उम्मीदवारों ने नामांकन भी दाखिल किया। इनमें औराई से भाजपा उम्मीदवार रामा निषाद, कुढ़नी से भाजपा के केदार गुप्ता, सकरा से जदयू के आदित्य कुमार और गायघाट से जदयू के कोमल सिंह शामिल थे। सभी ने एनडीए की एकता और विकास के संकल्प पर भरोसा जताया।


यह पहला मौका नहीं है जब राम सूरत राय के समर्थकों ने पार्टी के खिलाफ नाराजगी जताई हो। टिकट कटने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय, पटना में भी समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था। उनका आरोप था कि पार्टी ने एक समर्पित और अनुभवी नेता के साथ अन्याय किया है। भाजपा की अंदरूनी राजनीति में यह प्रकरण चर्चा का विषय बना हुआ है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि औराई सीट पर हुआ टिकट परिवर्तन भाजपा के लिए आंतरिक चुनौती बन सकता है। बवाल के बाद प्रशासन ने जिले के राजनीतिक कार्यक्रमों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। आयोजन स्थल के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे, जिनकी तत्परता से स्थिति नियंत्रण में लाई गई।