BIHAR ELECTION : बिहार चुनाव को लेकर सुरक्षाबलों की तैनाती शुरू, 1800 कंपनियों के जिम्मे होगी सुरक्षा की कमान Bollywood Web Series Controversy: शाहरुख खान, गौरी खान, रेड चिलीज और नेटफ्लिक्स को दिल्ली हाईकोर्ट का समन, जानिए.. क्या है आरोप? Bollywood Web Series Controversy: शाहरुख खान, गौरी खान, रेड चिलीज और नेटफ्लिक्स को दिल्ली हाईकोर्ट का समन, जानिए.. क्या है आरोप? Skin Care Before Diwali: दिवाली सफाई के बीच कैसे बचाएं अपनी स्किन? जानिए आसान घरेलू उपाय Patna news: पटना एयरपोर्ट पर पकड़ी गई संदिग्ध महिला, बैग से मिली ऐसी चीज; देखकर दंग रह गए CISF के जवान Patna news: पटना एयरपोर्ट पर पकड़ी गई संदिग्ध महिला, बैग से मिली ऐसी चीज; देखकर दंग रह गए CISF के जवान PATNA METRO : पटना मेट्रो सेवा शुरू: पहले दिन 5 हजार यात्रियों ने लिया सफर, जानिए कितनी हुई आमदनी Karwa Chauth 2025: इन सामग्री के बिना अधूरी रह जाती है करवा चौथ की पूजा, जानें कब दिखेगा चांद? Pawan Singh: ज्योति सिंह से विवाद के बाद पहली बार सामने आए पवन सिंह, जानिए.. क्या बोले पावर स्टार? Pawan Singh: ज्योति सिंह से विवाद के बाद पहली बार सामने आए पवन सिंह, जानिए.. क्या बोले पावर स्टार?
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 08 Oct 2025 12:00:15 PM IST
साइबर ठगी - फ़ोटो GOOGLE
Cyber Crime News: साइबर अपराधियों ने ठगी के लिए अब नए-नए तरीके अपनाने शुरू कर दिए हैं। ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से सामने आया है, जहां साइबर शातिरों ने एक युवक को स्विटजरलैंड में प्रतिमाह दो लाख रुपये की नौकरी और उस देश की नागरिकता दिलाने का झांसा देकर 12.5 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित युवक, उत्कर्ष कुमार, जो भगवानपुर अलकापुरी (सदर थाना क्षेत्र) का निवासी है, ने इस मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
उत्कर्ष ने पुलिस को बताया कि ठगी की शुरुआत 14 दिसंबर 2024 से हुई, जब उसे टेलीग्राम ऐप पर एक ऑनलाइन ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप के सदस्यों ने उसे बताया कि कम निवेश में बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है। शुरुआत में हर निवेश पर एप पर अच्छा मुनाफा दिखाया गया, जिससे वह झांसे में आ गया। दो माह तक लगातार निवेश करने के बाद जब उत्कर्ष ने कुछ पैसे निकालने की कोशिश की, तो एप ने उसका खाता ‘फ्रिज’ दिखा दिया। वह दो हजार रुपये से अधिक की निकासी नहीं कर सका।
जब उसने अपने पैसे लौटाने की मांग की, तो ठगों ने उसे दिल्ली बुलाया और कहा कि यदि वह पांच लाख रुपये एक अन्य एप में निवेश करेगा, तो उसकी पूरी राशि वापस कर दी जाएगी। पैसे की वापसी के लालच में उत्कर्ष ने दोस्तों से उधार लेकर अतिरिक्त निवेश कर दिया, लेकिन इसके बाद भी पैसे नहीं लौटे। इसके बाद साइबर ठगों ने उसे लुधियाना बुलाया।
लुधियाना पहुंचने पर उसकी मुलाकात नेमचंद जैन और उसकी पुत्री हिना जैन से कराई गई। दोनों ने उसे स्विटजरलैंड भेजने, वहां दो लाख रुपये प्रतिमाह की नौकरी दिलाने और नागरिकता दिलाने का लालच दिया। लेकिन जब उत्कर्ष ने नागरिकता लेने से इनकार किया, तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। उसने पुलिस को हिना जैन का आधार नंबर और उन दो कंपनियों के बैंक खाता नंबर भी दिए हैं, जिनके माध्यम से ठगों ने पैसे मंगवाए थे।
साइबर डीएसपी हिमांशु कुमार ने मामले की जांच की जिम्मेदारी खुद संभाल ली है। पुलिस अब उन बैंक खातों, टेलीग्राम ग्रुप और संबंधित मोबाइल नंबरों की जांच कर रही है, जिनका इस्तेमाल इस ठगी में किया गया। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि इस गिरोह ने बिहार और अन्य राज्यों के कई युवकों को इसी तरह विदेशी नौकरी का झांसा देकर ठगा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ट्रेडिंग, विदेशी नौकरी या नागरिकता दिलाने के नाम पर मिलने वाले ऑफर से सतर्क रहें और किसी अज्ञात व्यक्ति या संस्था को पैसे न भेजें।