परीक्षा से वंचित इंटर छात्रा पहुंचीं मानवाधिकार आयोग, DEO और केंद्राधीक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज

सेंटर पर विलंब से आने पर मुजफ्फरपुर में एक छात्रा को इंटर की परीक्षा देने से वंचित कर दिया गया। छात्रा ने DEO और केंद्राधीक्षक के खिलाफ मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। उसका कहना है कि घड़ी में 5 मिनट बचा हुआ था।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 01 Feb 2025 06:04:01 PM IST

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इंटर परीक्षा से छात्रा वंचित - फ़ोटो GOOGLE

muzaffarpur: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार से इंटर की परीक्षा विभिन्न जिलों में आयोजित की। इंटर परीक्षा के पहले दिन आज मुजफ्फरपुर में एक छात्रा को परीक्षा से वंचित कर दिया गया। मुजफ्फरपुर के नितीश्वर महाविद्यालय परीक्षा केंद्र पर इंटर की परीक्षा देने के लिए छात्रा पहुंची थी। लेकिन समय से पहले ही मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया। 


पीड़ित छात्रा रत्न प्रिया का कहना है कि वह परीक्षा केंद्र पर समय पर पहुँच गई थी लेकिन सेंटर पर पहुँचते ही मुख्य गेट को बंद किया जा रहा था, जबकि घड़ी में 5 मिनट समय बचा हुआ था। उपस्थित पुलिस कर्मियों और केन्द्राधीक्षक ने उसे सेंटर के अंदर प्रवेश करने से रोक दिया जबकि उससे आगे वाले छात्रों को प्रवेश करने दिया गया। सिर्फ उसे ही परीक्षा से वंचित कर दिया गया। छात्रा ने काफी मिन्नत की लेकिन उसे सेंटर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया। 


पीड़िता ने परीक्षा केंद्र से ही जिला शिक्षा पदाधिकारी के मोबाइल नंबर पर कॉल किया लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कुछ भी सुनने से साफ इनकार कर दिया। पीड़ित छात्रा ने मामले में मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के.झा के माध्यम से जिला शिक्षा पदाधिकारी व नितीश्वर महाविद्यालय के केंद्राधीक्षक के खिलाफ राष्ट्रीय व राज्य मानवाधिकार आयोग में परिवाद दायर किया है। 


मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के.झा ने बताया कि यह मामला मानवाधिकार उल्लंघन के अति गंभीर कोटि का मामला है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा परिस्थिति से अवगत होने के बावजूद कोई पहल नहीं करने के कारण एक छात्रा का एक साल का महत्वपूर्ण समय बर्बाद हो गया, जो कही से भी उचित नहीं है। पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए मानवाधिकार आयोग में परिवाद दर्ज कराया गया है।