वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 01 Feb 2025 06:04:01 PM IST
इंटर परीक्षा से छात्रा वंचित - फ़ोटो GOOGLE
muzaffarpur: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार से इंटर की परीक्षा विभिन्न जिलों में आयोजित की। इंटर परीक्षा के पहले दिन आज मुजफ्फरपुर में एक छात्रा को परीक्षा से वंचित कर दिया गया। मुजफ्फरपुर के नितीश्वर महाविद्यालय परीक्षा केंद्र पर इंटर की परीक्षा देने के लिए छात्रा पहुंची थी। लेकिन समय से पहले ही मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया।
पीड़ित छात्रा रत्न प्रिया का कहना है कि वह परीक्षा केंद्र पर समय पर पहुँच गई थी लेकिन सेंटर पर पहुँचते ही मुख्य गेट को बंद किया जा रहा था, जबकि घड़ी में 5 मिनट समय बचा हुआ था। उपस्थित पुलिस कर्मियों और केन्द्राधीक्षक ने उसे सेंटर के अंदर प्रवेश करने से रोक दिया जबकि उससे आगे वाले छात्रों को प्रवेश करने दिया गया। सिर्फ उसे ही परीक्षा से वंचित कर दिया गया। छात्रा ने काफी मिन्नत की लेकिन उसे सेंटर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया।
पीड़िता ने परीक्षा केंद्र से ही जिला शिक्षा पदाधिकारी के मोबाइल नंबर पर कॉल किया लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कुछ भी सुनने से साफ इनकार कर दिया। पीड़ित छात्रा ने मामले में मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के.झा के माध्यम से जिला शिक्षा पदाधिकारी व नितीश्वर महाविद्यालय के केंद्राधीक्षक के खिलाफ राष्ट्रीय व राज्य मानवाधिकार आयोग में परिवाद दायर किया है।
मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के.झा ने बताया कि यह मामला मानवाधिकार उल्लंघन के अति गंभीर कोटि का मामला है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा परिस्थिति से अवगत होने के बावजूद कोई पहल नहीं करने के कारण एक छात्रा का एक साल का महत्वपूर्ण समय बर्बाद हो गया, जो कही से भी उचित नहीं है। पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए मानवाधिकार आयोग में परिवाद दर्ज कराया गया है।