1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 15 Oct 2025 03:17:01 PM IST
एसटीईटी परीक्षा - फ़ोटो GOOGLE
STET 2025: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से बड़ी खबर सामने आई है, जहां एसटीईटी परीक्षा पांच ऑनलाइन केंद्रों पर आयोजित की गई। परीक्षा के दौरान कच्ची पक्की आईऑन डिजिटल जोन केंद्र पर फर्जी परीक्षार्थी पकड़ में आए। दूसरी पाली में जब एक डमी परीक्षार्थी बाहर निकल रहा था तो शंका होने पर जांच की गई और उसे पकड़ लिया गया।
डीईओ ने बताया कि जिस अभ्यर्थी को परीक्षा देनी थी, उसके साथ एक अन्य व्यक्ति बिल्कुल उसी तरह का एडमिट कार्ड लेकर आया था, जिस पर फोटो भी लगी हुई थी। दोनों अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र के भीतर प्रवेश कर चुके थे। परीक्षा शुरू होने के बाद, जब डमी कैंडिडेट बाहर जाने की कोशिश कर रहा था, तो उसे रोक लिया गया। उसने बताया कि उसे आधार कार्ड की फोटो कॉपी करनी है, लेकिन परीक्षा केंद्र के नियमों के अनुसार परीक्षा शुरू होने के दौरान किसी को बाहर जाने की अनुमति नहीं थी। जांच में यह पता चला कि वह व्यक्ति डमी कैंडिडेट था।
थानाध्यक्ष का कहना है कि जिस अभ्यर्थी के नाम से एडमिट कार्ड जारी था, वह सोनू कुमार मधेपुरा का निवासी है, जबकि दूसरा डमी कैंडिडेट रमेश कुमार पटना का निवासी है। दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। जिले में परीक्षा केवल कच्ची पक्की आईऑन डिजिटल जोन तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि भगवानपुर, कांटी और बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय स्थित आदर्श परीक्षा केंद्रों में भी दो- दो केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई।
परीक्षार्थियों ने बताया कि प्रश्नपत्र का स्तर अपेक्षाकृत कठिन था। परीक्षा में संबंधित विषय के साथ-साथ सामान्य ज्ञान और रीजनिंग जैसे अनुभाग भी शामिल थे। सामान्य ज्ञान के सवाल काफी चुनौतीपूर्ण थे। यह परीक्षा पेपर एक और पेपर दो के लिए ली जा रही थी। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने इस मामले में फर्जी अभ्यर्थियों पर सख्त कार्रवाई करने के साथ-साथ परीक्षा में किसी भी प्रकार की धांधली रोकने के लिए कड़े उपाय किए हैं। अधिकारियों ने यह भी निर्देश दिया है कि परीक्षा केंद्रों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी और ऐसे किसी भी फर्जी प्रयास को तुरंत रोका जाएगा।
इस घटना ने जिले में परीक्षा की सुरक्षा और ईमानदारी सुनिश्चित करने के महत्व को उजागर कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में किसी भी परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थियों की घुसपैठ को रोकने के लिए और सख्त उपाय किए जाएंगे।