BIHAR: अश्विनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, घटना के दो महीने बाद पुलिस ने दबोचा बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Tue, 24 Jun 2025 01:46:05 PM IST
- फ़ोटो reporter
Bihar News: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित एल एन मिश्रा मैनेजमेंट कॉलेज के 24वें स्थापना दिवस समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया। इस मौके पर बिहार सरकार के मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता और नीतीश मिश्र ने उनका हार्दिक स्वागत किया।
उपराष्ट्रपति ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय डॉ. जगन्नाथ मिश्रा को श्रद्धांजलि देते हुए उनके योगदानों को याद किया और बिहार के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बिहार की धरती धर्म और ज्ञान की भूमि रही है, जिसने देश को कई मनीषी, क्रांतिकारी और चिंतक दिए हैं।
उन्होंने कहा कि इस पुण्यतिथि पर बिहार आकर मुझे नई ताकत और ऊर्जा मिली है। बिहार की जनता का उत्साह, ज्ञान और चेतना पूरे देश के लिए प्रेरणास्पद है। आज के दौर में शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए और प्रबंधन शिक्षा में नवाचारों पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भी सराहना की और इसे छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने अपने संसदीय जीवन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिताए समय को याद करते हुए उनके संसदीय अनुभवों की भी प्रशंसा की।
साथ ही, उपराष्ट्रपति ने पहली बार पहलगाम और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे मुद्दों पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने आपातकाल के दौर को याद करते हुए कहा कि उस समय लोकतंत्र को दबाने का प्रयास किया गया था, लेकिन जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में चली संपूर्ण क्रांति ने भारत में लोकतंत्र को नई ऊर्जा और दिशा दी। अंत में, उपराष्ट्रपति ने छात्रों को अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहने और समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित किया।