ब्रेकिंग न्यूज़

'क्या झूठ बोलकर बॉस से छुट्टी लेना पाप है?' इस सवाल का प्रेमानंद महाराज ने दिया बड़ा ही रोचक जवाब BHOJPUR: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ने रचा इतिहास, 124 छात्रों का सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) पद पर चयन राघोपुर की जनता से प्रशांत किशोर ने कह दी बड़ी बात, बोले..हम यहां से चुनाव लड़ें या न लड़ें, कल से आपके जीवन में बदलाव आना शुरू हो जाएगा Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Election 2025: NDA की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए संजय झा, NDA में सीट शेयरिंग पर क्या बोले? Bihar Election 2025: NDA की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए संजय झा, NDA में सीट शेयरिंग पर क्या बोले? Bihar News: बिहार में पुलिसकर्मियों की अवैध वसूली का वीडियो वायरल, SP ने ले लिया बड़ा एक्शन

बगहा में खाद लेने पहुंचे किसानों पर लाठीचार्ज, कई लोग घायल

बगहा में खाद वितरण के दौरान भारी हंगामा, लाइन में खड़े किसानों को जब खाद नहीं मिला तो भड़के। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, कई किसान घायल। किसानों ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप।

1st Bihar Published by: DEEPAK RAJ Updated Mon, 18 Aug 2025 04:39:44 PM IST

Bihar

खाद के लिए हंगामा - फ़ोटो REPORTER

BAGAHA: बिहार में किसान खाद के लिए परेशान है। बगहा में किसान भवन (बिस्कोमान) परिसर में सोमवार को खाद वितरण के दौरान भारी हंगामा हो गया। किसानों की लंबी कतारें लगी थीं, लेकिन घंटों इंतजार के बावजूद जब उन्हें खाद नहीं मिला, तो नाराज किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया।


स्थिति इतनी बिगड़ गई कि वहां धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी मच गई। हालात पर काबू पाने के लिए मौके पर मौजूद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। किसानों का आरोप है कि कृषि पदाधिकारी के इशारे पर उन पर डंडे बरसाए गए। लाठीचार्ज में कई किसान घायल हो गए, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद नाराज किसानों ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाए और चेतावनी दी कि अगर खाद वितरण पारदर्शी तरीके से नहीं हुआ, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।