Bihar News: बिहार–नेपाल सीमा पर नार्को-आतंक नेटवर्क का पर्दाफाश, भारतीय सेना के भगोड़े जवान सहित दो गिरफ्तार

Bihar News: भारत–नेपाल सीमा के रक्सौल बॉर्डर से एक बड़े नार्को-आतंक नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। पंजाब पुलिस की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने हरैया थाना पुलिस के सहयोग से इस कार्रवाई को अंजाम दिया।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 21 Dec 2025 10:43:12 AM IST

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Bihar News: भारत–नेपाल सीमा के रक्सौल बॉर्डर से एक बड़े नार्को-आतंक नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। पंजाब पुलिस की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने हरैया थाना पुलिस के सहयोग से इस कार्रवाई को अंजाम दिया। ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना से फरार जवान राजबीर सिंह उर्फ फौजी और उसके सहयोगी चिराग को गिरफ्तार किया गया। आरोपितों के पास से हैंड ग्रेनेड, पिस्टल और कुल 907 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों का सीधा संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकी-तस्कर नेटवर्क से था।


पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव के अनुसार, एसएसओसी मोहाली की टीम ने राजबीर सिंह को मोतिहारी जिले के रक्सौल कस्बे से गिरफ्तार किया। वह नेपाल के रास्ते देश से फरार होने की कोशिश में था। तलाशी के दौरान उसके पास से 500 ग्राम हेरोइन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद की गई। इससे पहले पुलिस ने उसके सहयोगी चिराग को गिरफ्तार किया था, जो पंजाब के फाजिल्का जिले के काशी राम कॉलोनी का निवासी है। चिराग के पास से 407 ग्राम हेरोइन और एक 9 एमएम पिस्टल बरामद की गई। जांच में पता चला कि चिराग, राजबीर के लिए कूरियर का काम करता था और नशे की खेपों की डिलीवरी में उसकी भूमिका अहम थी।


डीजीपी ने बताया कि राजबीर सिंह ने वर्ष 2011 में भारतीय सेना ज्वाइन की थी। वर्ष 2025 में अमृतसर ग्रामीण के घरिंडा थाने में दर्ज जासूसी मामले में उसका नाम सामने आने के बाद वह फरवरी 2025 में सेना से फरार हो गया। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि दोनों आरोपित हरियाणा के सिरसा महिला पुलिस थाने पर हुए ग्रेनेड हमले की साजिश में भी शामिल थे। राजबीर और चिराग ने अमृतसर ग्रामीण निवासी गुरजंत सिंह को हैंड ग्रेनेड उपलब्ध कराए थे। गुरजंत को हरियाणा पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। हमले के लिए आर्थिक सहायता भी चिराग के माध्यम से पहुंचाई गई थी।


एसएसओसी की एआईजी डी. सुदरविझी ने बताया कि वर्ष 2022 में राजबीर इंटरनेट मीडिया के जरिए पाकिस्तान स्थित हैंडलरों के संपर्क में आया था। हेरोइन की खेपों तक पहुंच के बदले वह संवेदनशील और गोपनीय सैन्य जानकारियां साझा कर रहा था। इतना ही नहीं, उसने अन्य सैन्य कर्मियों को भी इन हैंडलरों से मिलवाया। मामला दर्ज होने के बाद वह नेपाल में छिप गया और पंजाब–नेपाल के बीच आवाजाही करते हुए नशा तस्करी जारी रखी। पाकिस्तान स्थित हैंडलर उसे नेपाल के रास्ते यूरोप भेजने की योजना बना रहे थे।


फिलहाल, राजबीर को ट्रांजिट रिमांड पर पंजाब लाया गया है और आगे की जांच जारी है। अधिकारियों ने बताया कि इस नेटवर्क की जाँच में कई अन्य राज्यों और अंतरराष्ट्रीय संदिग्धों के कनेक्शन सामने आ सकते हैं। पुलिस टीम राजबीर और चिराग के आपराधिक इतिहास और संपर्क नेटवर्क की गहन जांच कर रही है ताकि पूरे नेटवर्क को बेनकाब किया जा सके। 

पर्वी चंपारण से सोहराब आलम की रिपोर्ट