Parent-child relation: बच्चों को शर्मिंदा कर देती हैं पैरेंट्स की ये आदतें, जानिए क्यों बच्चे बनाने लगते हैं दूरियां Bihar Assembly Election 2025: जहानाबाद में बिछने लगी बिसात...NDA में किसके खाते में जाएगी सीट ? दर्जन भर हैं दावेदार..किनका टिकट होगा फाइनल,जानें... IPL2025: "हमें विनम्र बने रहने की जरुरत", अंकतालिका में टॉप पर जाने के बाद हार्दिक और सूर्या का बड़ा बयान, फैंस बोले "ये दोनों MI के पिलर हैं" Made in India: डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ वॉर के बाद अमेरिका में 'मेड इन इंडिया' की गूंज! Gold theft jewellery shop: थानेदार बनकर आया, लाखों के गहने ले उड़ा, CCTV फुटेज देख दंग रह गया दुकानदार! Bihar Politics: "नीतीश को साइडलाइन करने की हिम्मत किसी में नहीं": मनोज तिवारी.. चिराग के भविष्य और पवन सिंह के BJP में आने पर भी बोले Road Accident Death : कुछ महीने पहले हुई थी शादी, अब सड़क हादसे में सुप्रीम कोर्ट के वकील की मौत,पत्नी घायल Caste Census: बिहार चुनाव और पहलगाम हमले से है जातीय जनगणना का कनेक्शन? विपक्ष के तीखे सवालों के बाद जनता सोचने पर मजबूर Pakistan Airspace: पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद किए जाने के बाद एयर इंडिया को भारी नुकसान, बढ़ीं मुश्किलें Bihar News: पटना में हाईटेक हाइड्रोलिक पार्किंग सिस्टम, अब कार्ड स्कैन करो और कार खुद हो जाएगी पार्क
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 10 Apr 2025 07:11:11 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर - फ़ोटो Google
Bihar News : बिहार के मोतिहारी जिले के ढाका प्रखंड क्षेत्र में बुधवार की रात अचानक बदले मौसम ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। तेज आंधी और मुसलाधार बारिश के चलते रबी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। साथ ही आम और लीची के बागानों के साथ-साथ सब्जी की खेती भी बर्बादी की चपेट में आ गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बारिश इतनी तेज थी कि खेतों में मेड़ों के ऊपर तक पानी भर गया। कई जगहों पर कटाई के बाद खेतों में छोड़ी गई गेहूं की बालियां पानी में तैरती देखी गईं। आंधी के साथ बिजली की कड़क और मूसलाधार वर्षा ने किसानों की मेहनत को बर्बाद कर दिया। किसानों का कहना है कि न केवल उनकी गेहूं की फसलें खराब हो गईं, बल्कि आम और लीची के फलों को भी काफी क्षति हुई है। साग-सब्जियों की फसलें भी इस प्राकृतिक आपदा से नहीं बच सकीं। अब किसान सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय किसानों ने बताया कि हमने मेहनत से खेत तैयार किए थे। गेहूं की कटाई की थी और अब सब बह गया। आम और लीची पर फूल आ चुके थे, अब वो भी बर्बाद हो गए। सरकार से आग्रह है कि सर्वे करवा कर हमें राहत दी जाए।
अधिकारियों से प्रतिक्रिया का इंतजार है।
हालांकि प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार क्षेत्र में फसल क्षति का सर्वे जल्द शुरू किया जा सकता है।