1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 13 Dec 2025 01:56:54 PM IST
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Bihar Government Officer News : बिहार सरकार द्वारा हाल ही में किए गए IAS अधिकारियों के तबादले में एक नाम सबसे अधिक चर्चा में है—अंजलि शर्मा। अंजलि शर्मा को वर्तमान में बिहार सरकार ने अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) अरेराज के पद पर नियुक्त किया है। इससे पहले वे समाज कल्याण विभाग में विशेष कार्य पदाधिकारी (OSD) के रूप में अपनी सेवाएं दे रही थीं। बेहद कम समय में प्रशासनिक व्यवस्था में अपनी अलग पहचान बनाने वाली अंजलि शर्मा की सफलता की कहानी आज प्रदेश के युवाओं, खासकर बेटियों के लिए प्रेरणा बन गई है।
समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड की बेटी अंजलि शर्मा ने अपने संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर वह मुकाम हासिल किया है, जिसका सपना लाखों युवा देखते हैं। अंजलि मोरवा प्रखंड के सारंगपुर पश्चिमी पंचायत अंतर्गत व्यासपुर गांव की निवासी हैं। वे स्वर्गीय रामविलास शर्मा की पौत्री, अशोक कुमार शर्मा की पुत्री और संजू शर्मा की बेटी हैं। एक साधारण ग्रामीण परिवार से निकलकर देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी में सफलता हासिल करना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।
अंजलि शर्मा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 450वां रैंक प्राप्त कर न सिर्फ अपने परिवार, बल्कि पूरे समस्तीपुर जिले और मोरवा क्षेत्र का नाम रोशन किया। खास बात यह रही कि उन्होंने समाजशास्त्र (Sociology) विषय को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनते हुए अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की। यह उपलब्धि उनके विषय चयन, रणनीति और अनुशासित अध्ययन का प्रमाण है।
यूपीएससी की मुख्य परीक्षा सितंबर महीने में आयोजित हुई थी, जबकि इस वर्ष एक फरवरी को साक्षात्कार (इंटरव्यू) संपन्न हुआ। इसके बाद यूपीएससी द्वारा घोषित अंतिम परिणाम में अंजलि शर्मा का नाम चयनित अभ्यर्थियों की सूची में शामिल हुआ। जैसे ही यह खबर सामने आई, गांव से लेकर जिले तक खुशी की लहर दौड़ गई। मोरवा और समस्तीपुर के लोग इस बेटी की सफलता पर गर्व महसूस करने लगे।
यूपीएससी से पहले भी अंजलि शर्मा प्रशासनिक सेवा में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं। उन्होंने इससे पहले बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर आरडीओ (राजस्व उप समाहर्ता) बनने का गौरव हासिल किया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी के हाथों उन्हें आरडीओ पद पर नियुक्ति का प्रमाण पत्र सौंपा गया था। पटना में आरडीओ की ट्रेनिंग के दौरान ही उन्हें यूपीएससी में चयन की खुशखबरी मिली, जिसने उनकी उपलब्धि को और भी खास बना दिया।
अंजलि शर्मा का सपना शुरू से ही प्रशासनिक सेवा के माध्यम से देश और समाज की सेवा करने का रहा है। वे मानती हैं कि प्रशासनिक अधिकारी के रूप में जमीनी स्तर पर काम करके समाज में वास्तविक बदलाव लाया जा सकता है। महिलाओं, कमजोर वर्गों और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए काम करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहा है, जो उनके कार्य अनुभव और सोच में भी झलकता है।
उनकी इस सफलता पर परिवारजनों में खासा उत्साह देखने को मिला। चाचा सुरेश शर्मा, दिलीप शर्मा, पिता अशोक कुमार शर्मा सहित पूरे परिवार को बधाइयां मिलने लगीं। वहीं गांव और आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने मिठाइयां बांटकर खुशी जाहिर की। मोरवा और समस्तीपुर के युवाओं के लिए अंजलि शर्मा अब एक आदर्श बन चुकी हैं, जो यह संदेश देती हैं कि सीमित संसाधनों के बावजूद भी कड़ी मेहनत और सही दिशा में प्रयास से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
आज जब अंजलि शर्मा अनुमंडल पदाधिकारी के रूप में नई जिम्मेदारी संभालने जा रही हैं, तो उनसे क्षेत्र के विकास, सुशासन और संवेदनशील प्रशासन की उम्मीद की जा रही है। उनकी अब तक की यात्रा यह साबित करती है कि वे न केवल एक सफल अधिकारी हैं, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणास्रोत भी हैं। बिहार की यह बेटी आने वाले समय में प्रशासनिक सेवा में और भी ऊंचाइयों तक पहुंचे—यही कामना हर किसी के मन में है।