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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 18 Oct 2025 04:50:43 PM IST
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Bihar Assembly Elections 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब सभी राजनीतिक पार्टियां पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार में जुट गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जनता दल यूनाइटेड (जदयू) समेत सभी प्रमुख दल अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर चुके हैं और अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार अभियान चलाने में जुट गए हैं। इस बार चुनाव में रणनीति और स्टार प्रचारकों की भूमिका विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि चुनावी मैदान में उम्मीदवारों की पहचान और उनकी साख तय करने में प्रचार की भूमिका अहम होती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 21 अक्टूबर से बिहार विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत मुजफ्फरपुर जिले से करेंगे। यह प्रचार अभियान जदयू के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री के भाषण का प्रभाव न सिर्फ मुजफ्फरपुर जिले में बल्कि आसपास के जिलों में भी देखने को मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह पहल पार्टी के लिए चुनावी माहौल बनाने और समर्थकों में उत्साह पैदा करने के उद्देश्य से की जा रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहली सभा मीनापुर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित की जाएगी। इसके लिए मीनापुर हाईस्कूल के खेल मैदान को चुनावी सभा स्थल के रूप में चुना गया है। यह सभा दोपहर 12 बजे शुरू होगी, जिसमें मुख्यमंत्री जनता को संबोधित करेंगे और आगामी चुनाव के लिए जदयू के एजेंडे और विकास योजनाओं का हवाला देंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मीनापुर विधानसभा क्षेत्र में यह सभा जदयू के उम्मीदवारों के प्रचार को मजबूत करेगी और स्थानीय जनता पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी।
मीनापुर में पहली सभा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूसरी सभा कांटी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित की जाएगी। यह सभा दोपहर 2 बजे से शुरू होने की संभावना है। कांटी विधानसभा क्षेत्र भी राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है और यहां मुख्यमंत्री के भाषण से स्थानीय मतदाताओं में चुनावी उत्साह बढ़ने की संभावना है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि दोनों सभाओं का उद्देश्य न केवल उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाना है, बल्कि पार्टी के प्रति जनता का विश्वास भी बढ़ाना है।
जदयू के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ये सभाएं चुनाव प्रचार अभियान की औपचारिक शुरुआत मानी जा रही हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री राज्य के अन्य जिलों में भी रैलियों और सभाओं के माध्यम से अपने चुनावी अभियान को आगे बढ़ाएंगे। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि मुख्यमंत्री के भाषण में विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण और कृषि जैसे मुद्दों पर जोर दिया जाएगा, जो आम जनता के लिए सीधे तौर पर मायने रखते हैं। इससे पार्टी को चुनावी माहौल में मजबूती मिलने की संभावना है।
मीनापुर और कांटी दोनों ही विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील माने जाते हैं। इन क्षेत्रों में पिछले चुनावों में कई बार मतदाताओं की प्राथमिकताओं में बदलाव देखने को मिला है। ऐसे में मुख्यमंत्री के भाषण और प्रचार रणनीति का प्रभाव सीधे तौर पर मतदान के रुझानों पर देखने को मिलेगा। पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इन सभाओं में सक्रिय भागीदारी दिखाएं और लोगों तक पार्टी का संदेश पहुंचाएं।
राजनीतिक विश्लेषक भी मानते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सक्रियता और चुनावी रैलियों की शुरुआत जदयू को पहले चरण के चुनाव में रणनीतिक बढ़त दिला सकती है। इसके साथ ही, भाजपा और राजद समेत अन्य दल भी अपने प्रचार अभियान को तेज कर रहे हैं, जिससे चुनावी प्रतिस्पर्धा और बढ़ जाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार, चुनावी मैदान में इस बार स्टार प्रचारकों और प्रमुख नेताओं की भूमिका निर्णायक होगी।
अंततः, 21 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर जिले में होने वाली ये दोनों सभाएं जदयू के लिए चुनावी अभियान की नई दिशा तय करेंगी। मीनापुर और कांटी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषणों का प्रभाव न केवल स्थानीय मतदाताओं पर पड़ेगा बल्कि आसपास के जिलों में भी चुनावी माहौल को गति मिलेगी। इस प्रकार, यह चुनावी पहल जदयू के लिए न सिर्फ प्रचार की शुरुआत है बल्कि पूरे राज्य में चुनावी रणनीति और माहौल को सशक्त बनाने का जरिया भी होगी।