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1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Mon, 10 Mar 2025 01:41:48 PM IST
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Bihar Education News: नीतीश राज में शिक्षा विभाग के अफसर पढ़ाई के लिए नहीं, करप्शन को लेकर चर्चा में हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारियों की चर्चा शिक्षाविद् के रूप में नहीं, ठेकेदार में हो रही है. एक जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी(DEO) ठेकेदार बन गए, बहती गंगा में जमकर हाथ धोया, फिर निकल गए. अब तक बचे हुए हैं. अब जाकर शिक्षा विभाग की नींद खुली है. खुद शिक्षा विभाग के मंत्री सुनील कुमार की तरफ से जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है. जांच कर रिपोर्ट देने के लिए तीन हफ्ते का समय दिया गया. हालांकि यह अवधि भी पूर्ण हो गई है. इधर, जिनके खिलाफ इतना गंभीर आरोप हो, वर्तमान में वे पटना जिले के डीईओ के पद पर पदस्थापित हैं.
डीईओ संजय कुमार ठेकेदार बन गए हैं- शिक्षा मंत्री का पत्र
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के सरकारी आप्त सचिव इश्तेयाक अजमल ने पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी को पत्र लिखा है. 4 फरवरी 2025 को लिखे पत्र में शिक्षा मंत्री सह प्रभारी मंत्री के 21 जुलाई 2024 के पत्र का उल्लेख किया गया है. शिक्षा मंत्री के सरकारी आप्त सचिव ने मंत्री के निर्देश पर यह पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि 7 जुलाई 2024 को पूर्वी चंपारण में समीक्षा बैठक जो शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में हुई थी. उक्त समीक्षा बैठक में कई विधायकों ने शिक्षा से संबंधित समस्याओं उठाया था. जिसमें कंडिका 22 में तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्वी चंपारण संजय कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. शिक्षा मंत्री की तरफ से कहा गया है कि, ‘’ढाका विधानसभा सहित सभी प्रखंडों में प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में बेंच-डेस्क सप्लाई, विद्यालय मरम्मत, मतदान केंद्रों के रखरखाव, समरसेबल लगाने, खेलकूद, किचन सेट, चाहरदीवारी एवं भवन निर्माण के कार्य में बिना टेंडर किए ही तकनीकी कर्मियों एवं पदाधिकारी की मिलीभगत से राशि की निकासी कर ली गई है.’’ सैकड़ो विद्यालयों के लिए वेंडर को राशि का भुगतान कर दिया गया है. लेकिन बेंच डेस्क विद्यालय में नहीं दिया. साथ ही तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ठेकेदार बन गए हैं. प्रत्येक विद्यालय में ₹2400 की कुर्सी बेंच आपूर्ति कर ₹5000 का भुगतान किया गया है.
संजय कुमार के खिलाफ जांच कर तीन हफ्ते में दें रिपोर्ट
शिक्षा मंत्री की तरफ से पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि इन आरोपों की जांच के लिए पूर्वी चंपारण के उप विकास आयुक्त को निर्देशित किया गया था. जो जांच प्रतिवेदन भेजा गया है, उसके अनुसार वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार के खिलाफ विभाग द्वारा आरोप गठित की गई है. तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार,जिनके सेवा काल में विधायकों ने गंभीर आरोप लगाए थे, जांच रिपोर्ट में उसका उल्लेख नहीं किया गया है. ऐसे में तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच 3 सप्ताह के अंदर उप विकास आयुक्त से कराते हुए आवश्यक कार्रवाई करें.
वर्तमान में पटना डीईओ हैं संजय कुमार
बता दें, पूर्वी चंपारण के पूर्व डीईओ संजय कुमार जिनके खिलाफ सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे, शिक्षा विभाग ने उपकृत करते हुए राजधानी पटना का जिला शिक्षा पदाधिकारी बना दिया. वर्तमान में संजय कुमार पटना जिले के डीईओ के पद पर पदस्थापित हैं.