1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 14 Aug 2025 08:03:37 AM IST
बिहार में राजनीतिक घमासान - फ़ोटो GOOGLE
Bihar Politics: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच गई है। जहां एक ओर एनडीए प्रधानमंत्री मोदी की लगातार रैलियों और परियोजनाओं के जरिए चुनावी अभियान को धार दे रहा है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने भी हमलावर रुख अपना लिया है। राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एनडीए की वैशाली से सांसद वीणा देवी पर बड़ा आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग और बीजेपी पर मिलीभगत का गंभीर दावा किया है।
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि सांसद वीणा देवी के पास दो अलग-अलग EPIC ID हैं, जिनके क्रमांक हैं UT01134543 और GSB1037894। उन्होंने कहा कि इन दो पहचान पत्रों के ज़रिए वीणा देवी दो अलग-अलग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों और दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता के रूप में दर्ज हैं।
तेजस्वी यादव के अनुसार, वीणा देवी के दोनों EPIC कार्ड में उनकी उम्र अलग-अलग दर्ज है, और SIR (Special Summary Revision) प्रक्रिया के दौरान उन्होंने दो अलग-अलग गणना फॉर्म भरे हैं। इतना ही नहीं, मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान भी दोनों फॉर्म पर उनके अलग-अलग हस्ताक्षर मौजूद हैं, और चुनाव आयोग ने दोनों फॉर्म पर यह सत्यापित किया कि उन्होंने स्वयं हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि एक ही व्यक्ति के नाम पर दो EPIC कार्ड कैसे जारी हो सकते हैं, वह भी अलग-अलग क्षेत्रों में?
तेजस्वी यादव ने इसे चुनाव आयोग, बीजेपी और एनडीए की मिलीभगत से हुआ फर्जीवाड़ा करार देते हुए पूछा, "क्या यह चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न नहीं लगाता? क्या चुनाव आयोग बीजेपी को जिताने का औजार बन चुका है?" उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि "क्या अब चुनाव आयोग 'Troll आयोग' या 'केंचुआ आयोग' बन चुका है, जो आम जनता का नहीं, केवल सत्ताधारी दल का फैक्ट चेक करता है?" तेजस्वी ने मांग की कि आयोग वीणा देवी को दो जगह से नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगे और कार्रवाई करे।
हालांकि इस पूरे मामले पर अब तक वीणा देवी या चुनाव आयोग की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन इस आरोप ने बिहार की सियासत में एक नया विवाद जरूर खड़ा कर दिया है, जिससे चुनाव से पहले की राजनीतिक लड़ाई और तेज़ होने की संभावना है।