1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 17 May 2025 08:01:52 PM IST
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Bihar News: नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) के मेडिसिन विभाग में 750 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित 100 बेड वाले वार्ड का भव्य उद्घाटन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय एवं विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। इस मौके पर कई गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही और कार्यक्रम को लेकर स्थानीय लोगों में भी उत्साह देखा गया। यह उद्घाटन समारोह शनिवार को किया गया है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा कि बिहार की स्वास्थ्य सेवाएं दिन-प्रतिदिन सशक्त हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आज राज्य के अस्पतालों में न तो दवाओं की कमी है और न ही चिकित्सकों की। राज्य के नागरिकों को अब उन्नत चिकित्सा सेवाएं अपने ही राज्य में उपलब्ध हो रही हैं, जिससे उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ता।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सर्वप्रथम देश की रक्षा में तैनात सैनिकों को नमन किया और हाल ही में शहीद हुए बिहार के चार वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के सैनिकों को मान-सम्मान मिला है और राष्ट्र को अपने वीर जवानों पर गर्व है।
मंगल पांडे ने जानकारी दी कि नया मेडिसिन वार्ड अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर बनाया गया है, जिससे बरसात के मौसम में जलजमाव की समस्या नहीं होगी। वर्तमान में जनरल मेडिसिन विभाग में 128 बेड हैं, जो अब बढ़कर 228 हो गए हैं। भविष्य में यहां 400 अतिरिक्त बेड जोड़ने की योजना है। उन्होंने बताया कि एनएमसीएच में पहले केवल 650 बेड थे, जो अब बढ़कर 1189 हो चुके हैं।
हर बेड पर ऑक्सीजन पाइपलाइन की व्यवस्था की गई है और दवाइयों की भी समुचित उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। स्वच्छता और भोजन वितरण की जिम्मेदारी 'जीविका दीदियों' को दी गई है, जिससे सेवा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। श्री पांडेय ने यह भी बताया कि बिहार लगातार पिछले आठ महीनों से दवा आपूर्ति के मानकों पर देश में नंबर 1 पर बना हुआ है। एनएमसीएच में अब कुल 496 प्रकार की दवाइयाँ उपलब्ध हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 28.34 करोड़ रुपये की लागत से यक्ष्मा प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन केंद्र (टीवीडीसी) का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जो 15 अगस्त 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही 204.44 करोड़ रुपये की लागत से कदमकुआं में टीबी चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 10 वर्षों में एनएमसीएच में सैकड़ों करोड़ की परियोजनाएं पूरी की गई हैं।
इन परियोजनाओं में 350 सीट वाला आधुनिक ऑडिटोरियम, नशा मुक्ति केंद्र, बीएससी नर्सिंग कॉलेज, आरटीपीसीआर लैब, कॉक्लियर इंप्लांट सुविधा, मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर और नए छात्रावासों का निर्माण शामिल है। मुख्यमंत्री 'सात निश्चय योजना' के अंतर्गत 2019 से राज्य में बीएससी नर्सिंग कॉलेजों और छात्रावासों की स्थापना भी की गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के अधिकांश जिलों के पंचायतों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं। यह नीतीश सरकार की दृढ़ संकल्पित स्वास्थ्य नीति का परिणाम है कि 2005 के पहले जहां स्वास्थ्य सेवाओं की हालत चिंताजनक थी, वहीं पिछले 20 वर्षों में इसमें क्रांतिकारी बदलाव आया है।