Bihar Weather: बिहार में तेज बारिश और वज्रपात की चेतावनी, 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, जानिए पूरी जानकारी

17 अप्रैल गुरुवार को आंधी तूफान के साथ भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। इस दौरान पूरे बिहार में कहीं-कहीं ठनका गिरने की भी आशंका जताई है। 11 जिलों में ऑरेंज तो बाकी में येलो अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से सावधानी बरतने को कहा गया है

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 16 Apr 2025 10:49:35 PM IST

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भारी बारिश का अलर्ट - फ़ोटो GOOGLE

Bihar Weather: बिहार में एक ओर जहां अप्रैल की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है, वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग ने आगामी दिनों में तेज आंधी, भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। मौसम विज्ञान केंद्र, पटना द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 17 अप्रैल (गुरुवार) को राज्य के कई जिलों में मौसम का रौद्र रूप देखने को मिल सकता है।


 11 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, बाकी में येलो अलर्ट

मौसम विभाग ने राज्य के कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार के जिलों को लेकर विशेष चेतावनी जारी की है। अररिया और किशनगंज जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि कटिहार, सुपौल, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, बांका और जमुई जिलों में आंधी-पानी और वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। राज्य के बाकी हिस्सों में येलो अलर्ट जारी है।


तेज हवाएं और बिजली गिरने की आशंका

अगले 24 घंटों के भीतर बिहार के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ आकाशीय बिजली गिरने का खतरा बना रहेगा। मौसम विभाग ने जनता से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान पेड़ों, बिजली के खंभों या खुले मैदानों में खड़े न हों। विशेषकर किसानों को चेतावनी दी गई है कि मेघगर्जन के दौरान खेतों में कार्य न करें।


19-20 अप्रैल तक रहेगा असर, फिर बदलेगा मौसम

मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि बिहार में अगले दो से चार दिनों तक मौसम अस्थिर बना रहेगा। 19 और 20 अप्रैल तक आंधी और बारिश की स्थिति जारी रह सकती है। इसके बाद धीरे-धीरे मौसम साफ होगा और तापमान में तेज़ी से बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी, जिससे गर्मी की तपिश और बढ़ सकती है।


बिहार की जनता से अपील: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें

राज्य प्रशासन और मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम की अद्यतन जानकारी पर नज़र रखें और सावधानीपूर्वक घर से बाहर निकलें। बिजली गिरने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए बिजली से संचालित उपकरणों का सीमित प्रयोग, खुले में मोबाइल फोन का उपयोग न करने और पक्के मकानों में शरण लेने की सलाह दी गई है।