Nagpur MIDC accident : नागपुर में फैक्ट्री हादसा: पानी की टंकी फटने से बिहार के 6 मजदूरों की मौत, 9 घायल

नागपुर की फैक्ट्री में पानी की टंकी फटने से बिहार के 6 मजदूरों की मौत, 9 घायल। हादसे में कमजोर स्ट्रक्चर और हाई प्रेशर कारण बने, प्रशासन ने जांच के आदेश दिए।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 20 Dec 2025 10:10:45 AM IST

Nagpur MIDC accident : नागपुर में फैक्ट्री हादसा: पानी की टंकी फटने से बिहार के 6 मजदूरों की मौत, 9 घायल

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Nagpur MIDC accident : महाराष्ट्र के नागपुर में शुक्रवार, 19 दिसंबर को ‘अवादा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड’ की सोलर पैनल निर्माण फैक्ट्री में पानी की टंकी फटने से बिहार के छह मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा सुबह करीब 9.30 बजे नागपुर-चंद्रपुर राजमार्ग के पास बुटीबोरी महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MIDC) क्षेत्र में हुआ। इस घटना में 9 अन्य मजदूर घायल हुए हैं, जिनमें तीन की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।


जानकारी के अनुसार, मजदूर टंकी के पास कंस्ट्रक्शन का काम कर रहे थे। टंकी की टेस्टिंग के दौरान पानी के हाई प्रेशर के कारण टंकी फट गई और उसका ढांचा गिरकर मजदूरों पर दब गया। मृतक मजदूरों की पहचान अरविंद ठाकुर (42), अशोक पटेल (42), अजय पासवान (26), सुधांशु कुमार साहनी (36), बुलेट इंद्रजीत शाह (30) और शमीम अंसारी (42) के रूप में हुई है। इनमें दो मुजफ्फरपुर और दो बेतिया के रहने वाले थे। सभी घायल मजदूर भी बिहार के निवासी हैं।


मृतकों में मुजफ्फरपुर के गबसरा निवासी सुधांशु कुमार (23) और अजय कुमार (25) शामिल हैं। इसी गांव के प्रकाश कुमार (28) गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बेतिया के पश्चिम चंपारण के मिश्रौली पटखौली गांव निवासी अरविंद कुमार ठाकुर और बुलेट कुमार की भी मौत हो गई।


पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत मजदूरों को मलबे और पानी से बाहर निकाला। प्राथमिक जांच में पुलिस ने टंकी की कमजोर स्ट्रक्चर और घटिया सामग्री के इस्तेमाल की आशंका जताई है। डिप्टी एसपी भाग्यश्री धीरबस्सी के अनुसार, पानी के प्रेशर के कारण टंकी में जोरदार धमाका हुआ और हादसा हुआ।


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की। वहीं, संबंधित कंपनी ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 30 लाख रुपए मुआवजा देने पर सहमति जताई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यालय ने भी घायल मजदूरों को 10-10 लाख रुपए की सहायता राशि और इलाज का पूरा खर्च कंपनी द्वारा वहन करने की घोषणा की है।प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और पोस्टमॉर्टम के लिए मृतकों के शव एम्स भेज दिए गए हैं। हादसे ने एक बार फिर उद्योगों में सुरक्षा मानकों और निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाया है।