BIHAR NEWS : पटना में दर्दनाक हादसा: बाढ़ के पानी में डूबकर दो सगे भाइयों की मौत, गांव में छाया मातम

पटना में दर्दनाक हादसा, दीदारगंज थाना क्षेत्र के महमदपुर गांव में एक ही परिवार के दो सगे भाइयों की बाढ़ के पानी में डूबकर मौत हो गई। दोनों भाई कल से लापता थे। सुबह शव मिलने के बाद गांव में कोहराम मच गया, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 06 Oct 2025 02:09:55 PM IST

BIHAR NEWS : पटना में दर्दनाक हादसा: बाढ़ के पानी में डूबकर दो सगे भाइयों की मौत, गांव में छाया मातम

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Bihar News: पटना से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। राजधानी के दीदारगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत महमदपुर गांव में एक ही परिवार के दो सगे भाइयों की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा उस समय सामने आया जब ग्रामीणों ने सुबह खेत में एक युवक का शव तैरता हुआ देखा। थोड़ी ही देर बाद वहीं पास में दूसरे भाई का शव भी मिलने से पूरे गांव में मातम छा गया।


जानकारी के अनुसार, सोनावा पंचायत के ज्ञानचक गांव निवासी हरिद्वार सिंह के दो बेटे युवराज और बिराज कल दोपहर से लापता थे। परिजनों ने देर रात तक दोनों की तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। परिजन थक-हारकर घर लौट आए। वहीं सोमवार सुबह जब ग्रामीण खेत की ओर गए तो उन्होंने बाढ़ के पानी में एक शव देखा। पहचान करने पर पता चला कि वह हरिद्वार सिंह का बेटा युवराज है। इसी दौरान कुछ दूरी पर दूसरे बेटे बिराज का शव भी मिला।


यह खबर फैलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। देखते ही देखते सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर जुट गए। घटना की सूचना मिलते ही मृतकों के परिजन भी मौके पर पहुंचे। दोनों बेटों के शव देखकर माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। हरिद्वार सिंह के परिवार में अब कोई पुत्र नहीं बचा है। ग्रामीणों के मुताबिक, दोनों भाइयों की उम्र लगभग 14 और 16 वर्ष के बीच थी। यह परिवार पहले ही आर्थिक रूप से कमजोर था और अब इस हादसे ने उनके जीवन में अंधेरा भर दिया है।


घटना की जानकारी मिलते ही दीदारगंज थानाध्यक्ष रणवीर कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला डूबने से हुई मौत का प्रतीत होता है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।


वहीं सोनावा पंचायत के मुखिया अवधेश सिंह ने बताया कि हरिद्वार सिंह के दो ही पुत्र थे, जिनकी डूबने से मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि यह परिवार अब पूरी तरह टूट चुका है और प्रशासन को पीड़ित परिवार की मदद करनी चाहिए। ग्रामीणों ने भी सरकार से इस हादसे में मृतकों के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है।


गांव में इस हादसे के बाद से शोक की लहर है। हर किसी की आंखें नम हैं और लोग परिवार के प्रति संवेदना जता रहे हैं। बारिश और बाढ़ के कारण इलाके में कई जगह पानी भरा हुआ है, जिससे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर प्रशासन के सामने बाढ़ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।


इस हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। दो मासूम बेटों की असामयिक मौत से हरिद्वार सिंह का घर पूरी तरह उजड़ गया है। गांव में हर कोई यही कह रहा है कि “जिस घर के दो चिराग बुझ गए, वहां अब सिर्फ सन्नाटा बाकी है।”