1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 19 Oct 2025 04:49:27 PM IST
पुलिस की बड़ी कार्रवाई - फ़ोटो REPORTER
PATNA: बिहार में 9 साल से शराबबंदी लागू है। घरेलू हिंसा की बढ़ रही घटनाओं के बाद महिलाओं की विशेष मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून को बनाया था यह सोचकर कि लोग नशे से दूर रहेंगे और घर परिवार को खुश रखेंगे। लेकिन उनके इस कदम के बाद जो लोग पैसे वाले हैं वो ज्यादा पैसा देकर शराब तस्करों से शराब की व्यवस्था करने लगे।
शराब की होम डिलिवरी होने की बात भी सामने आ चुकी है। वही जो लोग पैसे से कमजोर हैं वो शराब की जगह सुखा नशा और नशीली दवाइयों का सेवन करने लगे। पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र में नशीले इजेक्शन के कारोबार की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने छापेमारी कर कंकड़बाग में चल रहे नशीले इंजेक्शन का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 15,609 इंजेक्शन और 76,380 नींद की गोलियां बरामद किया गया है।
कंकड़बाग थाना क्षेत्र में 17 अक्टूबर 2025 को गुप्त सूचना के आधार पर कंकड़बाग थाना पुलिस और औषधि निरीक्षक की संयुक्त टीम ने कंकड़बाग झोपड़पट्टी में छापेमारी कर नशे के कारोबार का बड़ा खुलासा किया है। इस कार्रवाई में कुल 07 लोगों को गिरफ्तार किया गया है तो वही कुल 15,609 नशे का इंजेक्शन, 76,380 नींद की गोलियां, दो मोबाइल फोन और ₹4,38,218/- नकद बरामद किया गया है।
प्रथम चरण में कंकड़बाग झोपड़पट्टी से 102 नशे की इंजेक्शन और करीब 25 लीटर देशी शराब बरामद करते हुए 5 लोगों को मौके से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो नशीले इंजेक्शन की खेप को ब्रजेश कुमार नामक सप्लायर से लिया था। इनकी निशानेही पर पटना सिटी स्थित ब्रजेश कुमार के घर में छापेमारी की गई, जहां से 700 नशे का इंजेक्शन और ₹4,38,218/- नकद बरामद किया गया। जब ब्रजेश से पूछताछ में मिले इनपुट के बाद टीम ने ई-110 पीसी कॉलोनी, कंकड़बाग में फिर छापेमारी की, जहां से राहुल कुमार को गिरफ्तार किया गया। गोदाम से 14,909 नशे का इंजेक्शन और 76,380 नींद की गोलियां (डायजेपाम और ट्रामाडोल) बरामद किया गया। पटना पुलिस नशे के खिलाफ इसे बड़ी कार्रवाई मान रही है।
पटना से सूरज की रिपोर्ट