1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Thu, 17 Jul 2025 12:45:46 PM IST
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PATNA NEWS: पारस हॉस्पिटल में भर्ती कैदी की गोली मार कर हत्या कर दी गई. दिनदहाड़े चंदन मिश्रा की गोली मार कर हत्या के बाद बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इसी के साथ यह भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर, पारस अस्पताल में कैसे 4-5 अपराधी हथियार लेकर घुस गए और भर्ती मरीज की गोली मार कर हत्या कर आराम से निकल भागे ? जबकि उस अस्पताल में काफी सख्त व्यवस्था होती है. मरीज के परिजनों के लिए भी सख्त नियम और पहरा होता है. जगह-जगह पर गार्ड की तैनाती होती है. इधर-उधर आने-जाने की मनाही होती है. इसके बाद भी पारस अस्पताल में अपराधी हथियार लेकर कैसे इंट्री की ? यह बड़ा सवाल है. पटना पुलिस भी इस एंगल पर काम कर रही है. पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि इस खेल में अस्पताल के कर्मियों की मिलीभगत तो नहीं ?
अपराधी हथियार लेकर अस्पताल में कैसे पहुंच गए..हो रही जांच- आईजी
पटना जोन के आईजी जितेन्द्र राणा ने कहा है कि पारस अस्पताल में भर्ती कैदी चंदन मिश्रा की हत्या हुई है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. अपराधियों की पहचान हो गई है. सभी अपराध बक्सर और आसपास के हैं. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में हथियार लेकर अपराधी आसानी से कैसे पहुंच गए, इसकी भी जांच की जा रही है. उनसे पूछा गया कि क्या इस घटना में अस्पताल के कर्मियों की भी मिलीभगत है ? इस पर उन्होंने कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. जल्द ही पूरे मामले का खुलासा होगा.
बक्सर का कुख्यात अपराधी था चंदन मिश्रा
बता दें, बक्सर का कुख्यात चंदन मिश्रा हत्या के एक मामले में जेल में बंद था. तबीयत बिगड़ने पर इलाज कराने यहां लाया गया था. इसी दौरान वारदात को अंजाम दिया गया.अस्पताल में ही उसे गोलियों से छलनी कर दिया गया. बताया जा रहा है कि चंदन मिश्रा पिछले एक दशक से अपराध की दुनिया में सक्रिय था. साल 2011 में इंडस्ट्रियल थाना क्षेत्र में दो चर्चित हत्याकांडों में उसका नाम सामने आया था. जानकारी के अनुसार पहली हत्या 20 अप्रैल को भरत राय की हुई थी और दूसरी 26 जुलाई को शिवजी खरवार की. इसके अलावा, वह बक्सर मॉडल थाना क्षेत्र में जेल क्लर्क हैदर अली की हत्या के मामले में भी नामजद था. बक्सर के केसरी चुना भंडार के मालिक राजेंद्र केसरी की हत्या की थी, जिसमें कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. बक्सर जेल में सजा काट रहा चंदन मिश्रा कुछ समय पहले भागलपुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया था. यहीं से वह इलाज के लिए 21 दिन की पैरोल पर पटना लाया गया था.