1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 18 Aug 2025 01:06:51 PM IST
पटना न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Patna News: बिहार की राजधानी पटना में बिजली आपूर्ति को और अधिक आधुनिक और भरोसेमंद बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। पटना के सभी बिजली सबस्टेशनों को सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्वीजिशन (SCADA) सिस्टम से जोड़ा जाएगा, जिससे बिजली वितरण में मानव रहित और स्वचालित व्यवस्था लागू हो सकेगी। इस पहल के तहत हर सबस्टेशन एक-दूसरे से नेटवर्क के माध्यम से जुड़ेंगे और किसी एक सबस्टेशन के क्षेत्र में खराबी आने पर तुरंत दूसरी ओर से आपूर्ति चालू कर दी जाएगी।
यह प्रणाली न केवल बड़े स्तर की खराबियों को तुरंत पहचान कर सुधार करेगी, बल्कि छोटे-मोटे फॉल्ट्स को भी स्वतः पहचान कर आपूर्ति बहाल करने में सक्षम होगी। इससे बिजली कटौती कम होगी और उपभोक्ताओं को बिना ज्यादा परेशानी के निरंतर बिजली मिल सकेगी। फीडरों को ऑन या ऑफ करने का कार्य अब एक केंद्रीकृत कमांड और कंट्रोल रूम से किया जाएगा, जो पूरे शहर की बिजली व्यवस्था की निगरानी करेगा। यह हाईटेक सिस्टम SCADA सेंटर से नियंत्रित होगा, जिससे पटना शहर की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ऑनलाइन मॉनिटर और मैनेज की जा सकेगी।
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी ने इस सिस्टम के लिए डीपीआर (डिजिटल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाकर केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेज दिया है। मंजूरी मिलने के बाद शीघ्र ही इसका कार्यान्वयन शुरू कर दिया जाएगा। SCADA सिस्टम से बेहतर नियंत्रण के लिए सबस्टेशनों को अपग्रेड किया जाएगा। इसके अंतर्गत सबस्टेशनों पर रिंग मेन यूनिट (RMU), रिमोट टर्मिनल यूनिट (RTU) और सेक्शन लाइजर लगाए जाएंगे।
RMU किसी फीडर में फॉल्ट आने पर स्वचालित रूप से दूसरे फीडर से बिजली आपूर्ति शुरू कर देगा। RTU के माध्यम से फीडरों पर लोड, फॉल्ट और अन्य जानकारी सीधे कंट्रोल रूम में भेजी जाएगी। सेक्शन लाइजर की मदद से फॉल्ट क्षेत्र को सीमित किया जाएगा, जिससे केवल प्रभावित क्षेत्र की आपूर्ति बाधित होगी और बाकी क्षेत्र को बिना रुकावट बिजली मिलती रहेगी। यह पूरी प्रणाली कंप्यूटरीकृत नेटवर्क के जरिए सभी उपकेंद्रों को जोड़ेगी, जिससे बिजली वितरण बेहद प्रभावी और त्वरित होगा।
SCADA सिस्टम पूरी तरह से रिमोट कंट्रोल आधारित है, जो फॉल्ट होते ही अन्य लाइनों से आपूर्ति चालू कर देगा। इस केंद्रीयकृत प्रणाली से बिजली वितरण नेटवर्क की स्थिति का तुरंत पता चल सकेगा और संबंधित कर्मचारी तुरंत फॉल्ट की लोकेशन की जानकारी पा सकेंगे।
साथ ही, सिस्टम से बिजलीकर्मियों को ऑनलाइन निर्देश भी जारी किए जा सकेंगे, जिससे मरम्मत कार्य जल्दी और प्रभावी तरीके से पूरा होगा। इससे बिजली कटौती में कमी आएगी और वोल्टेज नियंत्रण बेहतर होगा। पटना शहर में बिजली की खपत तेजी से बढ़ रही है। पिछले पांच वर्षों में बिजली की मांग लगभग डेढ़ गुना बढ़ी है। वर्ष 2019 में 620 मेगावाट की मांग थी, जो अब बढ़कर लगभग 900 मेगावाट हो गई है।
हर साल शहर में 24 से 30 हजार नए बिजली उपभोक्ता जुड़ रहे हैं। वर्तमान में पटना में कुल 7 लाख 45 हजार उपभोक्ता हैं, जिनमें से लगभग 6 लाख घरेलू उपभोक्ता हैं। गर्मियों में बिजली की खपत और भी बढ़ जाती है, जिससे बिजली कटौती की समस्या और बढ़ जाती है। स्काडा सिस्टम के विकास से बिजली कटौती को कम करने में मदद मिलेगी और उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली सेवा मिल सकेगी।