1st Bihar Published by: RITESH HUNNY Updated Sat, 13 Dec 2025 01:07:55 PM IST
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health system Bihar : बिहार के सहरसा जिले के सोनवर्षा राज पीएचसी में हाल ही में एक मरीज की मौत ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी। मामला तब और चर्चित हो गया जब स्थानीय पत्रकारों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर रमन से इस घटना को लेकर सवाल किए। डॉक्टर रमन का जवाब इतना अनोखा था कि वहां मौजूद पत्रकार और लोग दोनों ही हैरान रह गए।
घटना के समय पीएचसी का माहौल तनावपूर्ण था। मृतक मरीज के परिजन और आसपास के लोग दुख और आक्रोश में थे। इस बीच, स्थानीय पत्रकारों ने घटना की जानकारी लेने और डॉक्टर रमन का पक्ष जानने के लिए उनसे बात करने की कोशिश की। जैसे ही पत्रकार डॉक्टर के पास पहुंचे, वहां मौजूद एक व्यक्ति ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। जब पत्रकारों ने इस व्यक्ति से पहचान पूछी, तो उसने खुद को डॉक्टर रमन का करीबी बताया।
इसके बाद पत्रकार डॉक्टर के पास पहुंचे। डॉक्टर रमन ने शुरुआत में थोड़ी झिझक दिखाई, लेकिन फिर अचानक हिंदी छोड़कर अंग्रेज़ी में जवाब देना शुरू कर दिया। उनका यह अंदाज और भाषा का मिक्स देखकर वहां मौजूद लोग चौंक गए। डॉक्टर बीच-बीच में अंग्रेज़ी में बात करते हुए अचानक हिंदी शब्दों को भी शामिल करने लगे।
वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि डॉक्टर रमन मौत की वजह, अस्पताल में उपलब्ध संसाधन और मरीज की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे थे। हालांकि उनका अंदाज कुछ लोगों को अनोखा और अलग लगा, लेकिन यह स्पष्ट था कि डॉक्टर मामले की गंभीरता को समझते हुए जवाब दे रहे थे।
सरकारी डॉक्टर की अंग्रेजी देखिए..
सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया है। लोग डॉक्टर रमन के इस व्यवहार को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोग उनके अंग्रेज़ी और हिंदी के मिक्स अंदाज को मजेदार मान रहे हैं, जबकि कई लोग स्वास्थ्य व्यवस्था और डॉक्टरों के रवैये पर सवाल उठा रहे हैं।
स्थानीय पत्रकारों के अनुसार, डॉक्टर ने मरीज की मौत की वजह, अस्पताल में मौजूद सुविधाओं और इलाज के दौरान हुई चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल ने हर संभव प्रयास किया कि मरीज को समय पर उचित इलाज मिले। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने प्रशासन और स्वास्थ्य व्यवस्था पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग जानना चाहते हैं कि मरीज की मौत के बाद क्या प्रक्रिया अपनाई गई और क्या सभी जरूरी कदम समय पर उठाए गए।
यह घटना यह भी दिखाती है कि मीडिया और स्वास्थ्यकर्मी के बीच संवाद कितना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर रमन का अनोखा अंदाज, चाहे हास्यपूर्ण लगे, लेकिन यह दिखाता है कि अस्पताल कर्मचारियों को न केवल मरीजों का इलाज करना होता है बल्कि मीडिया और लोगों को सही जानकारी देना भी जरूरी है।
सोनवर्षा राज पीएचसी के अधिकारियों ने फिलहाल इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। बावजूद इसके, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने स्वास्थ्य व्यवस्था में पारदर्शिता, प्रशासन और मरीज परिवारों के बीच संवाद की आवश्यकता को उजागर कर दिया है।अंततः, यह मामला न केवल डॉक्टर रमन के अनोखे अंदाज की वजह से चर्चा में आया है, बल्कि स्वास्थ्य व्यवस्था, मीडिया और प्रशासन के बीच पारदर्शी संवाद और जवाबदेही पर भी ध्यान आकर्षित करता है।