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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 14 Mar 2025 01:33:25 PM IST
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Bihar News: बिहार के रोहतास जिले के बलथरी गांव की निवासी लाखपातो देवी 24 फरवरी को अपने परिवार के साथ महाकुंभ मेले में स्नान के लिए गई थीं। वहां भारी भीड़ के कारण वह अपने परिवार से बिछड़ गईं। परिवार ने दो दिन तक उन्हें ढूंढने की पूरी कोशिश की, लेकिन जब कोई सफलता नहीं मिली, तो गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराकर वे निराश होकर गांव लौट आए।
झारखंड के गढ़वा पहुंचीं, पंचायत मुखिया ने की मदद
महाकुंभ से बिछड़ने के बाद, किसी तरह लाखपातो देवी झारखंड के गढ़वा जिले के बहियारपुर खुर्द पंचायत पहुंच गईं। वहां पंचायत मुखिया सोनी देवी ने उन्हें असहाय अवस्था में पाया और उनकी सहयोग करने का फैसला किया। महिला की हालत देखकर उन्होंने भोजन साथ साथ रहने की भी इंतजाम कराया । उन्हें लगा कि यह महिला अपने परिवार से बिछड़ गई होगी,और उनकी परशानी चेहरे झलक रही थी इसलिए उन्होंने दूसरे पंचायत मुखिया अंजनी सिंह के सहयोग से सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर साझा करने का फैसला किया ,ताकि इनके परिवार के सदस्य को सूचना मिले .
जैसे ही सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल हई वैसे ही राहुल कुमार की नजरउन पर पड़ी, और उसने तुरंत अपनी मां को पहचान लिया। बिना समय गवाए , वह झारखंड के गढ़वा के लिए रवाना हुए और अपनी मां से मिल कर भावुक हो गए । परिवार से मिलकर लाखपातो देवी की आंखों में आंसू भर आए।
राहुल ने सोशल मीडिया और मुखिया को दिया धन्यवाद
राहुल ने बताया कि जब उनकी मां लापता कुंभ मेले के दौरान बिछड़ गयी थी , तो पूरा परिवार 15 दिनों तक चिंता और अनहोनी की आशंका में डूबा रहा। लेकिन सोशल मीडिया और मुखिया सोनी देवी की मदद से उनकी मां सुरक्षित वापस आ गईं। उन्होंने इसे किसी चमत्कार से कम नहीं बताया और उन सभी का धन्यवाद किया, जिन्होंने उनकी मां को घर वापस लाने में मदद की।
बिहार के रोहतास जिले की लाखपातो देवी, जो महाकुंभ स्नान के दौरान अपने परिवार से बिछड़ गई थीं, 15 दिनों बाद सोशल मीडिया की मदद से सुरक्षित अपने घर लौट आईं। झारखंड के गढ़वा जिले के बहियारपुर खुर्द पंचायत में उन्हें सुरक्षित पाया गया। पंचायत की मुखिया सोनी देवी और उनके पति वीरेंद्र बैठा के प्रयासों से उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिससे उनका बेटा राहुल कुमार उन्हें पहचानकर घर ले जाने पहुंचा। सोशल मीडिया और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से यह पुनर्मिलन संभव हो सका।