तेज प्रताप और ऐश्वर्या विवाद: तलाक और घरेलू हिंसा के आरोपों पर 29 मई को पटना सिविल कोर्ट में सुनवाई

गुरुवार को होने वाली सुनवाई में तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय दोनों पक्षों के वकील कोर्ट में अपने-अपने मुवक्किल का पक्ष रखेंगे। इस दौरान अदालत के समक्ष तलाक की याचिका, घरेलू हिंसा के आरोप, और आपसी सहमति असहमति के बिंदुओं पर बहस होने की संभावना हैं।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 28 May 2025 08:24:17 PM IST

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पटना सिविल कोर्ट में अहम सुनवाई - फ़ोटो google

PATNA: तेज प्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के बीच चल रहे वैवाहिक विवाद में एक बार फिर कानूनी मोड़ आने वाला है। दोनों के बीच तलाक और घरेलू हिंसा के मामलों को लेकर गुरुवार 29 मई को पटना के सिविल कोर्ट में अहम सुनवाई होगी।


बता दें कि यह मामला केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसा दोनों पक्ष के वकील कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे। गुरुवार को होने वाली सुनवाई में तेज प्रताप यादव और ऐश्वर्या राय दोनों पक्षों के वकील कोर्ट में अपने-अपने मुवक्किल का पक्ष रखेंगे। इस दौरान अदालत के समक्ष तलाक की याचिका, घरेलू हिंसा के आरोप, और आपसी सहमति या असहमति के बिंदुओं पर बहस होने की संभावना है।


तेज प्रताप यादव ने पहले ही पारिवारिक अदालत में तलाक की याचिका दायर कर रखी है, वहीं, ऐश्वर्या राय ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा और मानसिक उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। वही अनुष्का यादव से तेजप्रताप यादव के 12 साल पुराने ‘रिश्ते’ ने मामले को फिर से सार्वजनिक कर दिया है। यह मामला एक बार फिर मीडिया की सुर्खियों में आ गया। मामला सामने आने के बाद ऐश्वर्या राय के आरोपों ने इसे और गंभीर बना दिया है। उनके वकीलों का कहना है कि वे इसे कोर्ट में एक अहम बिंदु के तौर पर पेश करेंगे। 


गौरतलब है कि तेज प्रताप यादव राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे हैं, जबकि ऐश्वर्या राय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पोती और जदयू नेता चंद्रिका राय की बेटी हैं। ऐसे में यह मामला महज पारिवारिक नहीं, बल्कि दो बड़े राजनीतिक परिवारों के बीच तनाव का प्रतीक भी बन चुका है। इस हाई-प्रोफाइल मामले में हर छोटी-बड़ी बात पर मीडिया की नजर है। सामाजिक और राजनीतिक दोनों ही स्तर पर इस मुकदमे की गूंज सुनाई दे रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि गुरुवार को होने वाली सुनवाई इस मामले के भविष्य की दिशा तय कर सकती है।