1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 13 Aug 2025 10:38:18 AM IST
तेजस्वी यादव - फ़ोटो GOOGLE
Tejashwi Yadav: SIR यानि चुनाव आयोग के वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर बिहार की सियासत लगातार गर्म होती जा रही है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज फिर कहा है कि वे बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि 17 तारीख से वे राहुल गांधी के साथ “वोट अधिकार यात्रा” में शामिल होंगे, जिसके दौरान लोगों से मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। यात्रा के बाद वे और उनकी पार्टी इस बात पर गंभीरता से विचार करेंगे कि विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेना है या नहीं।
तेजस्वी यादव ने कहा, “जब चुनाव आयोग पहले से ही सब कुछ तय कर चुका है, तो इस पर भी गौर किया जा सकता है कि हम चुनाव में हिस्सा न लें।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के इशारे पर चुनाव आयोग वोट की “डकैती” कर रहा है और मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां की जा रही हैं।
मुजफ्फरपुर मेयर और बीजेपी नेताओं पर दोहरे EPIC का आरोप
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि मुजफ्फरपुर की मेयर और बीजेपी की वरिष्ठ नेता निर्मला देवी का नाम दो अलग-अलग वोटर लिस्ट में दर्ज है। उन्होंने कहा कि एक ही विधानसभा क्षेत्र में उनके दो-दो EPIC कार्ड बने हुए हैं और दोनों में उम्र भी अलग-अलग दर्ज है। यही नहीं, निर्मला देवी के दो देवरों के नाम भी दो-दो स्थानों पर दर्ज हैं और उनके पास भी अलग-अलग EPIC आईडी हैं।
गुजराती बीजेपी नेता बिहार के वोटर
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बीजेपी के बिहार प्रभारी भिखू भाई दलसानिया का नाम भी बिहार की वोटर लिस्ट में दर्ज है, जबकि वे मूल रूप से गुजरात के हैं। “आखिरी बार उन्होंने गुजरात में वोट दिया, वहां से नाम कटवाया और अब बिहार में वोट देंगे। संभव है कि चुनाव के बाद यहां से भी नाम कटवा कर फिर गुजरात में वोट दें,” तेजस्वी ने कहा।
चुनाव आयोग और बीजेपी पर सीधा हमला
तेजस्वी यादव ने कहा, “जब खुलासा होने लगा है तो बीजेपी की बोलती बंद हो गई है। आज तक चुनाव आयोग ने इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की। हम SIR प्रक्रिया की खामियां उजागर करेंगे। पहले बीजेपी ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल करती थी, अब चुनाव आयोग का कर रही है।”
वोट चोरी के कारण हारे
उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि तब वे 12 हजार वोट से हारे थे और 10 सीटें जानबूझकर हरवाई गईं। “यह सब वोट चोरी का खेल है,” उन्होंने आरोप लगाया। तेजस्वी यादव के इन बयानों के बाद बिहार की राजनीति में गर्मी बढ़ गई है। अब देखना होगा कि राहुल गांधी के साथ उनकी यात्रा के बाद क्या वाकई में वे चुनाव बहिष्कार का बड़ा कदम उठाते हैं।