Bihar News: बिहार में सरकारी चावल की कालाबाजारी, गोदाम से 350 मीट्रिक टन चावल गायब; बोरियों में निकलीं ईंटें Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप India Missile Test: ब्रह्मोस से भी खतरनाक मिसाइल टेस्ट करने जा रहा भारत, दुनिया भर के लिए चेतावनी जारी.. Janmashtami 2025: 16 अगस्त को मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्मी, जानिए.... पूजा विधि और शुभ मुहूर्त Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Bihar News: रेलिंग तोड़कर पुल से नीचे गिरा सेब लदा ट्रक, बाल-बाल बची ड्राइवर की जान Bihar News: बिहार की हवा से प्रदूषण होगा गायब, सरकार ने उठाया बड़ा कदम Bihar Crime News: पटना में युवक की हत्या से सनसनी, छापेमारी में जुटी पुलिस
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 11 Jan 2025 07:22:22 PM IST
परिवहन विभाग चलाएगा विशेष अभियान - फ़ोटो google
Bihar News: बिहार में 31 जनवरी तक पूरे माह राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान जिलों में विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों के साथ थीम बेस्ड विशेष वाहन जांच अभियान चलाया जायेगा। जिलों में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले और सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वाले गुड सेमेरिटन सम्मानित किये जायेंगे। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार इस बार पूरे माह सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किया जा रहा है।
जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सड़क सुरक्षा माह का आयोजन राज्य में 31 जनवरी तक किया जा रहा है। यह माह सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत विभिन्न जिलों में जागरूकता कार्यक्रमों, विशेष वाहन जांच अभियानों और स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
थीम बेस्ड चलेगा वाहन जांच अभियान
एनएच/एसएच पर विशेष वाहन जांच अभियान का आयोजन किया जाएगा। हर सप्ताह अलग-अलग थीम पर जांच अभियान चलाया जाएगा। हेलमेट-सीटबेल्ट, ओवर स्पीडिंग, नाबालिग द्वारा वाहन चालन, फिटनेस, परमिट, प्रदूषण जांच, प्रेशर हॉर्न/मल्टी ट्यून हॉर्न, आदि विषेष जांच अभियान का आयोजन जिला स्तर पर किया जाएगा। इस दौरान सड़क सुरक्षा नियम के उल्लंघनकर्ताओं पर कार्रवाई की जाएगी।
होर्डिंग, बैनर और जिंगल के माध्यम से जागरुकता
सड़क सुरक्षा माह के दौरान होर्डिंग्स और बैनर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। पटना सहित सभी जिलों के मुख्य स्थानों पर सड़क सुरक्षा जागरुकता होर्डिंग लगाए जायेंगे। पूरे माह तक लगातार विभिन्न रेडियो चौनलों पर सड़क सुरक्षा पर बने जिंगल का प्रसारण किया जाएगा।
ड्राइवरों को निःशुल्क बांटा जाएगा चश्मा
सड़क सुरक्षा माह के दौरान बस, ऑटो और ट्रक के वाहन चालकों के स्वास्थ्य जांच के साथ नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। जांच के बाद जरूरतमंद ड्राइवर के बीच मुफ्त में चश्मा का भी वितरण किया जाएगा। परिवहन सचिव ने निर्देश दिया कि सड़क सुरक्षा माह के दौरान जिलों बस, आटो, ट्रक के वाहन चालकों के आंखों की जांच की जाएं एवं जांचोपरांत आवश्यकतानुसार उन्हें निःशुल्क चश्मा दिया जाए।
जागरूकता रथ का फ्लैग ऑफ किया जाएगा, जो जिले के विभिन्न अनुमंडल और प्रखंडों में सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के बारे में जन जागरूकता फैलाएगा। सरकारी कार्यालयों, विद्यालयों, महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा यातायात नियमों के पालन हेतु शपथ ग्रहण किया जाएगा। इसके साथ ही, अभिभावकों से भी शपथ पत्र लिया जाएगा। जिले के विभिन्न बस/ऑटो स्टैण्ड, ड्राइविंग स्कूलों पर सड़क सुरक्षा और नए मोटरवाहन अधिनियम के तहत वाहन चालकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
विभिन्न रैलियाँ, पैदल मार्च और मैराथन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सरकारी कर्मचारी, छात्र-छात्राएं, एनसीसी कैडेट्स और अन्य संगठनों की भागीदारी होगी। जिले के विभिन्न विद्यालयों में सड़क सुरक्षा पर पेंटिंग, स्लोगन और क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। वाहन चालकों के लिए फिटनेस कैम्प और स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिसमें नेत्र जांच और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिससे जरूरतमंदों को रक्त मिल सके।
सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ितों के बचाव हेतु प्री-हॉस्पीटल प्रशिक्षण और सीपीआर सिखाने के लिए नुक्कड़ नाटक और अन्य माध्यमों से जागरूकता फैलायी जाएगी। जिले में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पॉटों की पहचान की जाएगी और उनकी मरम्मत तथा सुधार के उपाय किए जाएंगे।