पूर्णिया में डाटा ऑपरेटर की संदिग्ध मौत, सरकारी क्वार्टर में फंदे से लटका मिला शव, बेरहमी से पिटाई कर हत्या का आरोप

परिजन इस घटना की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। वही पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि पूरे बिहार में पुलिस का आतंक है. ललित कुमार नौकरी कर रहा था जिसे बेहरहमी से मार दिया गया। बिहार में महारावण राज है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 01 Jun 2025 03:32:15 PM IST

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हत्या या आत्महत्या! - फ़ोटो google

PURNEA: बिहार के पूर्णिया जिले में डाटा ऑपरेटर की संदिग्ध मौत से इलाके में सनसनी फैल गयी है। डाटा ऑपरेटर का शव संदिग्ध परिस्थिति में फंदे से लटका मिला है। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। घटना सरसी थाना परिसर के पास स्थित कोसी कॉलोनी की है, जहां सरकारी क्वार्टर में शनिवार की शाम डाटा ऑपरेटर ललित कुमार दास का शव फंदे से झूलता मिला।


ललित कुमार सरसी थाना में एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट के पद पर तैनात थे। वे जलालगढ़ थाना क्षेत्र के भाटेली वार्ड संख्या 2 के निवासी थे। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और इस घटना को आत्महत्या न मानते हुए हत्या करार दिया। मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि ललित की हत्या कर इसे आत्महत्या का रूप देने की साजिश की गई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम उनकी अपने भाई से फोन पर बातचीत हुई थी और वह पूरी तरह सामान्य लग रहा था। परिजनों का यह भी कहना है कि ललित पर थाने की ओर से कार्यभार को लेकर अत्यधिक दबाव था। जिससे वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। 


परिजन इस घटना की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। वही पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि पूरे बिहार में पुलिस का आतंक है. ललित कुमार नौकरी कर रहा था जिसे बेहरहमी से मार दिया गया। बिहार में महारावण राज है। किसी को नहीं बख्शा जा रहा है। वही पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने कहा कि ललित की मौत संदेहास्पद स्तिथि में हुई है शरीर पर कई गहरे चोट के निशान है ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बुरी तरह ललित को पीटा गया है। पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक और DIG साहब से आग्रह किया है कि मामले की निष्पक्ष जांच करावे और अगर इसमें किसी की संलिप्तता हो तो उस पर कठोर कार्रवाई हो। 


घटना के संबंध में पुलिस ने बताया कि शनिवार को ललित ड्यूटी पर नहीं पहुंचा था। शाम को जब उसकी स्कूटी थाने के पास खड़ी मिली और फोन पर संपर्क नहीं हो सका तो पुलिसकर्मी उसके सरकारी आवास पहुंचे और दरवाजा खोला तो देखा कि ललित का शव फंदे से झूल रहा है। घटना की सूचना मिलने पर बनमनखी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुबोध कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी प्रमोद कुमार, बनमनखी थानाध्यक्ष संजय कुमार और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। 


फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। ललित कुमार पहले भवानीपुर थाने में कार्यरत थे और करीब दो वर्षों से सरसी थाना में एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट के पद पर नियुक्त थे। घटना को लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुबोध कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।


मामले में सीडीपीओ सुबोध कुमार ने बताया कि मामले में सारसी थाना प्रभारी मनीष चंद्रा को एसपी कार्तिकेय शर्मा के आदेश पर लाइन हाज़िर किया गया है । फिलहाल थाना प्रभारी के पद पर कटिहार मोड़ टीओपी प्रभारी अभय रंजन को बनाया गया है । फोरेंसिक टीम मामले में सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है ।