Patna Top Girls School: पटना के टॉप 5 गर्ल्स स्कूल, जहां मंत्री-विधायक समेत IAS-IPS की बेटियां लेती हैं शिक्षा Bihar News: जारी हुआ पटना-गोरखपुर वंदे भारत का टाइम टेबल, किन-किन स्टेशनों पर ठहरेगी ट्रेन? जानें.. Bihar News: मानसून के आने से पहले मौसम का कहर, बिहार में 12 लोगों की मौत Bihar News: राज्य में बनेंगे 100 फास्ट ट्रैक कोर्ट, न्याय की व्यवस्था अब तुरंत; खौफ में अपराधी Bihar Monsoon: मानसून का इंतजार हुआ ख़त्म, मौसम विभाग ने आंधी-तूफान और भीषण बारिश को लेकर जारी किया अलर्ट वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 18 Mar 2025 01:12:58 PM IST
अमेरिकन कैटफिश मिलने से हड़कंप - फ़ोटो reporter
Bihar News: मोतिहारी के भारत-नेपाल सीमा स्थित अरुणा नदी में मछुआरों ने अमेरिका की अमेज़न नदी में पाई जाने वाली खतरनाक शिकारी मछली "अमेरिकन कैटफिश" पकड़ी है। स्थानीय युवकों द्वारा मछली पकड़ने के दौरान कुल पांच कैटफिश जाल में फंसीं।
यह मछली दक्षिण अमेरिका के अमेज़न नदी में पाई जाती है और शिकारी स्वभाव की होती है। यह अन्य छोटी मछलियों को मारकर शिकार करती है, जिससे जलजीवों की स्थानीय प्रजातियों को खतरा हो सकता है। इस मछली की सबसे खास बात यह है कि इसके शरीर पर बिल्ली जैसी आकृति बनी होती है, जिसके कारण इसे "अमेरिकन कैटफिश" कहा जाता है।
इलाके में मचा हड़कंप
इस दुर्लभ और खतरनाक मछली के अरुणा नदी में मिलने से इलाके के लोगों में आश्चर्य और दहशत का माहौल है। बड़ी संख्या में लोग इस मछली को देखने के लिए इकट्ठा हो गए। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर यह प्रजाति स्थानीय जल स्रोतों में फैलती है, तो यह अन्य मछलियों के लिए खतरा बन सकती है।
यह मछली यहां कैसे आई?
अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि अमेरिकन कैटफिश अरुणा नदी में कैसे पहुंची। संभावना जताई जा रही है कि यह किसी ने पालने के लिए लाई होगी और बाद में इसे नदी में छोड़ दिया गया होगा। संबंधित विभाग इस मामले की जांच कर सकता है ताकि स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र पर इसके प्रभाव को समझा जा सके।