road accident : सहरसा में सड़क हादसे में मछवारे की मौत, परिवार में कोहराम

सहरसा के बिहरा थाना इलाके में सड़क हादसे में मछवारे राजदेव मुखिया की मौत हो गई। गंभीर चोटों के बाद उन्हें पटना ले जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

1st Bihar Published by: RITESH HUNNY Updated Sat, 20 Dec 2025 03:20:24 PM IST

road accident : सहरसा में सड़क हादसे में मछवारे की मौत, परिवार में कोहराम

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road accident : सहरसा से दुखद खबर है। जिले के बिहरा थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में एक मछवारे की मौत हो गई, जिससे उसके परिवार में कोहराम मच गया। मृतक की पहचान बिहरा थाना क्षेत्र के रकिया पंचायत अंतर्गत मोकना वार्ड 12 निवासी 50 वर्षीय राजदेव मुखिया के रूप में हुई है। वह स्वर्गीय बद्री मुखिया के पुत्र थे। मृतक अपने परिवार में इकलौते भाई थे और उनके पीछे तीन संतानें हैं, जिसमें दो पुत्र और एक पुत्री शामिल हैं।


जानकारी के अनुसार, राजदेव मुखिया मछली पकड़कर उसे बेचने का काम करते थे। उनके भतीजे पप्पू कुमार ने बताया कि उनके चाचा बाइक लेकर मछली पकड़ने गए थे और वापस लौट रहे थे। इसी दौरान बिहरा थाना इलाके में सुपौल-सहरसा मुख्य मार्ग के पूरीख चौक के समीप अज्ञात वाहन ने उनके बाइक में जबरदस्त टक्कर मार दी और फरार हो गया।


टक्कर के बाद गंभीर रूप से जख्मी राजदेव को तुरंत डायल 112 के माध्यम से पुलिस द्वारा पंचगछिया स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें गंभीर चोट के चलते सहरसा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल में सीटी स्कैन कराई गई, जिसमें उनके सिर में गंभीर चोट की पुष्टि हुई। डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उन्हें उच्च केंद्र (हायर सेंटर) रेफर किया।


दुर्भाग्यवश, पटना ले जाते समय रास्ते में ही राजदेव मुखिया की मौत हो गई। मृतक की अचानक और असमय मौत से पूरे परिवार में शोक की लहर फैल गई है। उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। राजदेव अपने परिवार की आर्थिक मदद के लिए मछली पकड़ने का काम करते थे, और उनकी मौत से परिवार को बड़ी आर्थिक एवं भावनात्मक क्षति हुई है।


सदर थाने की पुलिस ने घटना की जानकारी मिलते ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि यह एक सड़क हादसे में हुई जख्मी मौत का मामला है और मामले की जांच के तहत अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी वाहन की पहचान और गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।


स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर अक्सर तेज रफ्तार वाहनों के कारण हादसे होते रहते हैं, और इस मार्ग पर सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है। पुलिस भी सड़कों पर निगरानी बढ़ाने की बात कर रही है, ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसे कम हों।


राजदेव मुखिया के भतीजे पप्पू कुमार ने बताया कि उनके चाचा हमेशा अपने काम के प्रति समर्पित थे और परिवार की देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ते थे। उनकी असमय मृत्यु से परिवार में खालीपन और गहरा शोक छा गया है। स्थानीय लोगों ने भी हादसे की निंदा करते हुए आरोपी वाहन चालक की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।


इस दुखद घटना ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा की दिशा में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे हादसे केवल पीड़ित परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी हैं कि सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना जरूरी है।


राजदेव मुखिया के निधन से उनके तीनों बच्चे भी अनाथ हो गए हैं, और परिजनों को न्याय दिलाने के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस को अब कदम उठाने की आवश्यकता है। इस हादसे ने इलाके में शोक की लहर फैला दी है और लोगों की संवेदनाओं को झकझोर दिया है।