Bihar Health Department: बिहार में डॉक्टरों की प्रोन्नति का बड़ा फैसला, अब ACP और DACP लागू; जानें पूरी खबर

Bihar Health Department: बिहार स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के चिकितकों और चिकित्सक शिक्षकों के लिए बड़ा प्रशासनिक फैसला लिया है। विभाग ने 1,222 डॉक्टरों को ACP और DACP का लाभ देने की अधिसूचना जारी कर दी है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 17 Dec 2025 11:43:42 AM IST

Bihar Health Department

बिहार स्वास्थ्य विभाग - फ़ोटो GOOGLE

Bihar Health Department: बिहार स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के चिकितकों और चिकित्सक शिक्षकों के लिए बड़ा प्रशासनिक फैसला लिया है। विभाग ने 1,222 डॉक्टरों को एश्योर्ड करियर प्रमोशन (ACP) और डायनमिक एश्योर्ड करियर प्रमोशन (DACP) का लाभ देने की अधिसूचना जारी कर दी है। यह आदेश 16 दिसंबर 2025 को विभागीय वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है, जिससे लाभान्वित डॉक्टर पूरी सूची ऑनलाइन देख सकते हैं।


दरअसल, स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, यह निर्णय 28 नवंबर 2025 को राज्य विकास आयुक्त की अध्यक्षता में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया था। बैठक में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत नियमित चिकित्सक और चिकित्सक शिक्षकों की सेवा अवधि, कार्य प्रदर्शन और अनुभव की समीक्षा की गई थी। इसी आधार पर उन्हें ACP/DACP का लाभ देने की अनुशंसा की गई, जिस पर अब औपचारिक मुहर लग गई है।


जारी आदेश में बताया गया है कि प्रोन्नति का लाभ विभिन्न वेतन स्तरों पर दिया गया है। इसके तहत 610 चिकित्सक एवं चिकित्सक शिक्षकों को लेवल-11 (ग्रेड पे 6,600 रुपये), 410 को लेवल-12 (ग्रेड पे 7,600 रुपये), 131 को लेवल-13 (ग्रेड पे 8,700 रुपये) और 71 डॉक्टरों को लेवल-14 (ग्रेड पे 10,000 रुपये) में प्रोन्नत किया गया है।


इस फैसले से राज्य के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में डॉक्टरों की कार्य संतुष्टि और मनोबल बढ़ने की उम्मीद है। ACP/DACP के तहत मिली प्रोन्नति न केवल डॉक्टरों के वेतन और पदोन्नति क्रम को बेहतर करेगी, बल्कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और कार्यकुशलता को भी मजबूत बनाएगी। इसके अलावा, डॉक्टरों को मिलने वाले ये लाभ लंबे समय से उनके करियर विकास और अनुभव के आधार पर दिए गए हैं, जिससे चिकित्सकों में न केवल स्थायित्व बढ़ेगा बल्कि राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। यह कदम बिहार सरकार के स्वास्थ्य सेवा सुधार और डॉक्टरों के पेशेवर विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।