1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 14 Nov 2025 12:28:18 PM IST
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Bihar Election Results : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जारी है और सुबह से आते रुझानों ने राज्य की राजनीतिक तस्वीर को लगभग साफ कर दिया है। शुरुआती रुझानों में एनडीए ने बड़ी बढ़त बना ली है और सरकार बनाने की स्थिति में दिखाई पड़ रही है। भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास) और हम—इन चार दलों का गठबंधन इस बार मतदाताओं के अपार समर्थन के साथ आगे बढ़ता नजर आ रहा है। खास बात यह है कि इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है और जदयू भी उम्मीद से अधिक सीटों पर लीड बनाए हुए है।
सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होने के साथ ही शुरुआती रुझान आने लगे थे। जैसे-जैसे राउंड आगे बढ़ते गए, एनडीए की बढ़त और मजबूत होती गई। मिली जानकारी के मुताबिक, शुरुआती रुझानों में बीजेपी 84 सीटों, जदयू 76 सीटों, लोजपा(रा) 21 सीटों और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) 5 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं दोपहर 12:08 बजे तक बीजेपी की बढ़त बढ़कर 87 सीटों, जदयू की 76 सीटों, लोजपा(रा) की 19 सीटों और हम की 4 सीटों पर कायम थी। कुल मिलाकर एनडीए की बढ़त 186 से अधिक सीटों पर पहुंच चुकी थी, जो स्पष्ट रूप से प्रचंड बहुमत का संकेत दे रही है।
महागठबंधन की बात करें तो शुरुआती रुझानों में राजद 34 सीटों, कांग्रेस 7 सीटों और लेफ्ट पार्टियां 6 सीटों पर आगे थीं। हालांकि महागठबंधन की ओर से कई सीटों पर कड़ा मुकाबला देखने को मिला, लेकिन अब तक रुझानों के अनुसार उनकी स्थिति एनडीए की तुलना में कमजोर साबित होती दिखाई पड़ रही है।
रुझानों के आते ही राजधानी पटना सहित पूरे राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गईं। सबसे पहले जदयू ऑफिस में जश्न की शुरुआत हुई। जैसे ही पार्टी कार्यकर्ताओं को यह संकेत मिला कि एनडीए की सरकार बनने की पूरी संभावना है, जदयू कार्यालय में मिठाइयां बांटी जाने लगीं। कार्यकर्ताओं में उत्साह इतना था कि सुबह 11 बजे के बाद से ही पार्टी दफ्तर के बाहर भीड़ बढ़ने लगी। ढोल-नगाड़ों की आवाज, पार्टी के झंडे और नारों की गूंज से माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में रंग गया।
वहीं पटना की सड़कों पर एनडीए समर्थक कार्यकर्ताओं ने पोस्टर और बैनर लगाना शुरू कर दिया है। ‘बिहार का मतलब नीतीश कुमार’ और ‘हमरे बिहार का एके स्टार, हर बार नीतीशे कुमार’ जैसे पोस्टर पटना शहर में जगह-जगह देखने को मिले। यह पोस्टर इस बात का संकेत हैं कि जदयू को इस बार चुनाव में बड़ा लाभ मिलता दिख रहा है और नीतीश कुमार की लोकप्रियता का असर कहीं न कहीं एनडीए की कुल संख्या पर साफ नजर आता है।
गौरतलब है कि इस बार बीजेपी और जदयू दोनों ने बराबर 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा था। सीटों के इस संतुलित बंटवारे के बावजूद दोनों ही दलों के उम्मीदवारों को काफी मजबूती से समर्थन मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। जदयू के रणनीतिक निर्णय और बीजेपी की मजबूत संगठनात्मक पकड़ ने मिलकर इस बार का चुनावी समीकरण एनडीए के पक्ष में ढाल दिया है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी रुझानों में एनडीए जिस तरह से आगे बढ़ता दिखाई दे रहा है, उससे साफ संकेत मिलता है कि बिहार में एक बार फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। हालांकि अंतिम परिणाम अभी आना बाकी है, लेकिन अब तक के रुझान किसी भी राजनीतिक विश्लेषक के लिए यह समझने के लिए पर्याप्त हैं कि जनता ने इस बार किस गठबंधन पर भरोसा जताया है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस चुनाव में कानून-व्यवस्था, विकास, केंद्र के साथ तालमेल और स्थिर सरकार जैसे मुद्दों ने मतदाताओं को प्रभावित किया। वहीं महागठबंधन की ओर से कुछ सीटों पर मजबूत चुनौती देखने को मिली, लेकिन मतगणना के शुरुआती चरणों में ही स्पष्ट हो गया कि मुकाबला एकतरफा एनडीए के पक्ष में झुकता जा रहा है।
फिलहाल, सभी की निगाहें चुनाव आयोग के अंतिम परिणामों पर टिकी हुई हैं। लेकिन शुरुआती रुझान यह बता चुके हैं कि बिहार की सियासत एक बार फिर एनडीए के इर्द-गिर्द घूमने वाली है और बीजेपी के साथ जदयू के गठबंधन को मतदाताओं ने एक बार फिर भारी समर्थन दिया है।