Bigg Boss 19: बिग बॉस 19 में मालती चाहर की वाइल्ड कार्ड एंट्री से मचा धमाल, घर में बदल गए रिश्तों के समीकरण Patna News: पटना में चुनाव से पहले गाड़ी से लाखों रुपए बरामद, वाहन चेकिंग के दौरान मिली सफलता Patna News: पटना में चुनाव से पहले गाड़ी से लाखों रुपए बरामद, वाहन चेकिंग के दौरान मिली सफलता Road Accident In Bihar: पटना में दर्दनाक सड़क हादसे में दो की मौत, दो घायल Rohit Sharma Statement: गिल के वनडे कप्तान बनने पर पहली बार बोले रोहित,गौतम गंभीर और अगरकर को लेकर भी किया खुलासा Bihar Crime News: पटना के प्रेमी जोड़े की यूपी में बेरहमी से हत्या, युवती के भाई पर हत्या का आरोप Bihar Crime News: पटना के प्रेमी जोड़े की यूपी में बेरहमी से हत्या, युवती के भाई पर हत्या का आरोप Bihar BEd CET 2025 : बिहार बीएड प्रवेश परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी, यहां से करें डाउनलोड; जानिए कितने नंबर की होगी परीक्षा पूर्णिया में विद्या विहार क्रिकेट अकादमी की ओर से रमेश चंद्र मिश्रा मेमोरियल स्कूल T20 क्रिकेट टूर्नामेंट का शुभारंभ, 23 नवम्बर को ग्रैंड फाइनल Atal Pension Yojna New Rule: बदल गया अटल पेंशन योजना का नियम, क्या आपने भी नहीं किया अपडेट; यहां देखें डिटेल
1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Tue, 15 Jul 2025 01:24:27 PM IST
पटना के गंगा पथ की फाइल तस्वीर - फ़ोटो Google
Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट ने ने बड़ा फैसला लिया है. राजधानी पटना में गंगा पथ के बाद अब गंगा किनारे के दूसरो शहरों में भी गंगा पथ बनाने का निर्णय लिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया है.
मुंगेर से सबौर के बीच 83 किमी में गंगा पथ परियोजना की स्वीकृति दी गई है। इस परियोजना पर सरकार 9970 करोड़ रुपये खर्च करेगी. सुल्तानगंज-भागलपुर- सबौर (कुल लम्बाई 40.80 कि.मी.) गंगा पथ परियोजना को हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (HAM) पर कराने की स्वीकृति दी गई है. इस पर कुल राशि चार हजार आठ सौ उनचास करोड़ तिरासी लाख रूपये खर्च होंगे. हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (HAM) के तहत क्रियान्वयन की स्वीकृति दी गई है। प्रस्तावित गंगा पथ परियोजना भागलपुर शहरी क्षेत्र में गंगा के किनारे वैकल्पिक बाईपास, शहरी क्षेत्र में वाहनों के बढते दवाब के कारण जाम की समस्या के दृष्टिगत गंगा के किनारे वैकल्पिक गंगा पथ के निर्माण से आमजन का निर्वाध एवं सुरक्षित आवागमन की सुविधा उपलब्ध होगी।
मुंगेर (सफियाबाद)- बरियारपुर - घोरघट-सुल्तानगंज (कुल लम्बाई 42.00 कि.मी.) गंगा पथ परियोजना को हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (HAM) पर क्रियान्वित कराये जाने की स्वीकृति दी गई है. इस पर कुल राशि पाँच हजार एक सौ उन्नीस करोड़ अस्सी लाख रूपये मात्र का खऱ्च आयेगा. कैबिनेट ने हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (HAM) के तहत क्रियान्वयन की स्वीकृति दी है।
10 साल से निर्माण अधीन बख्तियारपुर ताजपुर फोरलेन पुल का एस्टीमेट तीसरी बार रिवाइज हुआ अब 3923 करोड़ में यह पुल बनकर तैयार होगा। मंत्रिमंडल ने इस आशय का प्रस्ताव स्वीकृत किया है।
सूबे में अगले पांच वर्षों में 2025-30 के दौरान एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार मिलेगा. नीतीश कैबिनेट की आज 15 जुलाई को हुई बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगी . इसके लिए बकायदा नीति बनेगी और विकास आयुक्त की अध्यक्षता में नौकरी के विकल्प तलाशने और परामर्श के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है. हालांकि 1 करोड़ में कितनी संख्या में सरकारी नौकरी मिलेगी और कितने लोगों को रोजगार, यह साफ नहीं किया गया है.
कैबिनेट की बैठक के बाद जानकारी देने के लिए आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कैबिनेट सचिवालय के अपर मुख्य सचिव एस.सिद्धार्थ से पूछा गया. 1ST Bihar ने एसीएस से सवाल पूछा कि 1 करोड़ सरकारी नौकरी-रोजगार में सरकारी नौकरी और रोजगार की अलग-अलग संख्या क्या है ? यह स्पष्ट होनी चाहिए . इस पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में जानकारी नहीं है. यानि अभी यह साफ नहीं है कि अगले पांच सालों में कितने युवाओं को सरकारी नौकरी मिलेगी. वहीं एक करोड़ नौकरी-रोजगार देने को लेकर विकास आयुक्त की अध्यक्षता में 12 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. जिसमें विकास आयुक्त के अलावे 11 विभागों के सचिव सदस्य होंगे.
मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। बैठक में 30 प्रस्ताव मंजूर किए गए। मंत्रिमंडल ने टैक्स देने वाले वैसे व्यवसायों को जिनकी दुर्घटना में मृत्यु हो जाएगी उनके आश्रितों को बिहार व्यवसाय दुर्घटना मृत्यु अनुदान योजना के तहत 5 लख रुपये देने का प्रस्ताव स्वीकृत किया है। व्यक्तिगत टैक्स पेयर को यह लाभ मिलेगा।
मंत्रिमंडल ने वित्त रहित शिक्षा नीति के तहत हाई स्कूल और उच्च माध्यमिक स्कूल के संचालन के लिए 3.94 अब रुपये की स्वीकृति दी है। इन विद्यालयों में फर्स्ट सेकंड और थर्ड आने वाले बच्चों के आधार पर यह राशि दी जाती है।