1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 14 Nov 2025 12:42:57 PM IST
बिहार चुनाव रिजल्ट 2025 - फ़ोटो GOOGLE
Bihar Election Results 2025: ECI यानी भारत निर्वाचन आयोग के नवीनतम आंकड़े बिहार में एनडीए की बड़ी जीत का संकेत दे रहे हैं। हालांकि मतगणना अभी पूरी नहीं हुई है, लेकिन शुरुआती एवं मध्य रुझानों में एनडीए 193 सीटों पर आगे चल रहा है। दूसरी ओर, महागठबंधन 47 सीटों पर सिमटता दिख रहा है। राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) और महागठबंधन के बीच है। एनडीए में जनता दल यूनाइटेड (JDU), भारतीय जनता पार्टी (BJP), लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) शामिल हैं। वहीं, महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, विकासशील इंसान पार्टी (VIP), वाम दल और इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (IIP) शामिल हैं।
दो चरणों के मतदान के बाद जारी अधिकांश एग्जिट पोल ने पहले ही संकेत दे दिया था कि एनडीए सत्ता में वापसी कर सकता है। कुछ एग्जिट पोल में टक्कर दिखने की उम्मीद जताई गई थी, लेकिन रुझानों ने तस्वीर काफी स्पष्ट कर दी है। खास बात यह है कि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का डेब्यू बेहद कमजोर रहा है, जबकि सीमांचल में एआईएमआईएम भी अपने पुराने प्रदर्शन के आसपास नहीं दिख रही है। हालांकि, अंतिम परिणाम अभी आने बाकी हैं।
रुझानों में मिल रही करारी हार के बीच कांग्रेस ने बयान जारी कर SIR (Systematic Irregularity Reports) और निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि “बिहार चुनाव 2025 में प्रशासनिक गड़बड़ियों, अवैध अवरोधों और बूथ प्रबंधन की कमियों” ने महागठबंधन को नुकसान पहुंचाया। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने आरोप लगाया कि कई क्षेत्रों में मतदाताओं को लंबी लाइनों में रोका गया, कई बूथों पर EVM में तकनीकी खराबी हुई और शिकायतों के बाद भी त्वरित कार्रवाई नहीं की गई।
कांग्रेस ने दावा किया कि EC (Election Commission) ने कई महत्वपूर्ण शिकायतों पर समय रहते संज्ञान नहीं लिया, जिससे मतदान प्रभावित हुआ। पार्टी का कहना है कि कई जिलों में असमान मतदान प्रतिशत और संदिग्ध पैटर्न दिखे, जिनकी जांच आवश्यक है। कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि SIR रिपोर्ट्स में जिन गड़बड़ियों का उल्लेख किया गया था, उन सभी पर जरूरी कदम नहीं उठाए गए, जिससे “चुनावी निष्पक्षता प्रभावित हुई”। महागठबंधन इसे हार का एक मुख्य कारण बता रहा है।
बिहार में इस बार दोनों चरणों के मतदान में रिकॉर्ड संख्या दर्ज की गई, जिसे विशेषज्ञ परिवर्तन का संकेत मान रहे थे। अनुमान था कि रिकॉर्ड वोटिंग से विपक्ष को बढ़त मिल सकती है, लेकिन रुझानों ने इसे उलट कर एनडीए को स्पष्ट बढ़त दिलाई है। अंतिम नतीजों पर सभी की नजरें टिकी हैं।