बिहार चुनाव 2025 की पहली रैली में नीतीश कुमार बोले – अब बिहार में नहीं है डर, हर गांव तक पहुंचा विकास; लालू के समय होता था यह काम

बिहार चुनाव 2025 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समस्तीपुर के सरायरंजन में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब बिहार में डर और भय का माहौल नहीं है, विकास और शिक्षा हर गांव तक पहुंच चुकी है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 16 Oct 2025 03:19:55 PM IST

बिहार चुनाव 2025 की पहली रैली में नीतीश कुमार बोले – अब बिहार में नहीं है डर, हर गांव तक पहुंचा विकास; लालू के समय होता था यह काम

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Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को समस्तीपुर जिले के सरायरंजन में एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि “पहले बिहार की हालत बहुत खराब थी। शाम के बाद कोई घर से बाहर नहीं निकलता था। जगह-जगह दंगे होते थे, अपराध चरम पर था, लेकिन हमने बिहार का चेहरा बदल दिया है।”


नीतीश कुमार ने कहा कि उनके कार्यकाल में बिहार में डर और भय का माहौल खत्म हुआ है। अब राज्य में लोग शांति और विकास के माहौल में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि “पहले के समय में हिंदू-मुस्लिम झगड़े आम बात थी। हमने सत्ता में आने के बाद इन झगड़ों को रोकने के लिए कई कदम उठाए। जब हमें मौका मिला, तब कब्रिस्तानों की घेराबंदी करवाई ताकि किसी भी तरह का विवाद न हो। 2016 में हमने देखा कि मंदिरों में भी विवाद होने लगे थे। तब मंदिरों की भी घेराबंदी करवाई गई। अब कहीं कोई गड़बड़ी नहीं होती।”


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में उनकी सरकार ने ऐतिहासिक काम किए हैं। उन्होंने कहा कि “हमने राज्य में बड़ी संख्या में स्कूल खोले। पहले बहुत कम बच्चे पढ़ते थे, लेकिन अब हर गांव के बच्चे स्कूल जाते हैं। लड़के और लड़कियों दोनों के लिए पोशाक, साइकिल और छात्रवृत्ति योजना शुरू की गई, जिससे बच्चों का पढ़ाई के प्रति रुझान बढ़ा है।”


नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार ने मुस्लिम समुदाय के लिए भी कई योजनाएं चलाईं। उन्होंने कहा कि “हम सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं। 2025 के बजट में बिहार के मखाना बोर्ड समेत कई नई योजनाओं की घोषणा की गई है, जिससे हर समुदाय को लाभ मिलेगा।”


अपने संबोधन के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी उल्लेख किया और कहा कि “हमारे प्रधानमंत्री बिहार के विकास में गहरी दिलचस्पी रखते हैं। वे अक्सर बिहार आते हैं और यहां के लोगों की समस्याओं को समझते हैं। 2024 में केंद्र में सरकार बनने के बाद बिहार को कई सौगातें मिली हैं।” मंच के पीछे पीएम मोदी की तस्वीर लगी थी, जो इस बात का संकेत थी कि एनडीए एकजुट होकर बिहार चुनाव मैदान में उतर रहा है।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकारी नौकरियों और शिक्षकों की बहाली पर भी अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि “हमने बीपीएससी के माध्यम से दो लाख 58 हजार शिक्षकों की बहाली की है। पहले के समय में शिक्षकों की भारी कमी थी, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है।”


नीतीश ने अपने भाषण में कहा कि 5 नवंबर 2005 को जब उनकी सरकार बनी थी, तब बिहार की हालत बेहद खराब थी। “उस समय न सड़क थी, न बिजली, न इलाज का इंतजाम। आज हर गांव तक बिजली पहुंच चुकी है, बेहतर सड़कें बनी हैं और हर जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ी हैं। हमने हर वर्ग, हर समाज के लिए काम किया है और आगे भी करते रहेंगे,” उन्होंने कहा।


रैली के अंत में उन्होंने जनता से अपील की कि वे एक बार फिर एनडीए सरकार को मौका दें ताकि बिहार के विकास का यह सिलसिला आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा, “हमने जो कहा, वह किया। अब आगे का लक्ष्य बिहार को देश के सबसे विकसित राज्यों की सूची में शामिल करना है।”