1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Fri, 14 Nov 2025 09:06:31 AM IST
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Bihar Election Counting 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दो चरणों की वोटिंग के बाद आज मतगणना का दिन है। राज्य की 243 सीटों में से एक महत्वपूर्ण और हाई-प्रोफाइल सीट रघुनाथपुर पर भी सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई है। यहाँ जनता दल यूनाइटेड के विकास कुमार सिंह का मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल के दिग्गज नेता दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब से है। तीसरी ओर जन सुराज ने राहुल कीर्ति को मैदान में उतारा है, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
शुरुआती रुझानों में रघुनाथपुर से ओसामा शहाब बढ़त बनाए हुए हैं, जबकि जदयू उम्मीदवार विकास कुमार सिंह पीछे चल रहे हैं। चुनावी महत्व और उम्मीदवारों की प्रोफ़ाइल को देखते हुए इस सीट पर पूरे राज्य की नजरें टिकी हैं। यह सीट पिछले दो चुनावों से आरजेडी के पास थी। इस सीट से हरिशंकर यादव दो बार विधायक चुने गए। इस बार आरजेडी ने इस सीट सो शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को मैदान में उतारा है।
रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र बिहार के सीवान जिले में स्थित है। इस क्षेत्र में रघुनाथपुर और हुसैनगंज सामुदायिक विकास खंड शामिल हैं, साथ ही हसनपुरा प्रखंड की पाँच ग्राम पंचायतें भी इसके अंतर्गत आती हैं। यह इलाका घाघरा बेसिन के उपजाऊ जलोढ़ मैदानों में फैला हुआ है, जहाँ कृषि अधिकांश लोगों की मुख्य आजीविका है।
भौगोलिक दृष्टि से भी रघुनाथपुर महत्वपूर्ण है। यह सीवान शहर से लगभग 20 किलोमीटर पूर्व स्थित है और अच्छी सड़क व रेल कनेक्टिविटी से जुड़ा है। प्रमंडलीय मुख्यालय छपरा यहाँ से लगभग 75 किलोमीटर दूर है, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रमुख शहरी केंद्र बलिया लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। राज्य की राजधानी पटना यहाँ से करीब 150 किलोमीटर दूर है। सीवान जंक्शन रेलवे स्टेशन इस पूरे क्षेत्र के लिए प्रमुख परिवहन सुविधा प्रदान करता है।
रघुनाथपुर विधानसभा सीट की स्थापना वर्ष 1951 में हुई थी। अब तक यहाँ 17 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। यह सीट सीवान लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा सेगमेंट में से एक है। ऐतिहासिक रूप से यह कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा है, जिसने यहाँ आठ बार जीत दर्ज की है। आरजेडी ने यह सीट दो बार जीती है, जिनमें 2015 और 2020 की लगातार जीत शामिल है। इसके अलावा प्रजा सोशलिस्ट पार्टी, संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी, जनता दल, जदयू, बीजेपी और एक निर्दलीय उम्मीदवार भी यहाँ एक-एक बार जीत हासिल कर चुके हैं।