1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 19 Nov 2025 01:52:37 PM IST
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Bihar Pink Bus Service : बिहार सरकार महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण को नई दिशा देने के लिए लगातार पहल कर रही है। इसी कड़ी में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए राज्य के कई बड़े शहरों में पूरी तरह महिला संचालित ‘पिंक बस सेवा’ की शुरुआत की है। यह सेवा न केवल महिलाओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने का प्रयास है, बल्कि बिहार की युवतियों और महिलाओं को रोजगार का नया अवसर भी प्रदान करती है। इसी उद्देश्य से निगम ने महिला चालकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके लिए आवेदन 15 दिसंबर 2025 तक लिए जाएंगे।
महिला ड्राइवरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू
निगम ने महिला चालकों (ड्राइवर्स) की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। इच्छुक महिलाएं 15 दिसंबर 2025 तक आवेदन कर सकती हैं। चयनित उम्मीदवारों को 20 जनवरी 2026 से दो सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो IDTR औरंगाबाद के आधुनिक प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित होगा। प्रशिक्षण के दौरान महिला उम्मीदवारों के रहने और खाने की पूरी व्यवस्था निगम द्वारा की जाएगी। इसके अलावा, प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने वाली महिलाओं को संविदा आधार पर नौकरी का अवसर भी मिलेगा, जिससे वे सीधे पिंक बस सेवा का हिस्सा बन सकेंगी।
योग्यता और जरूरी दस्तावेज
इस योजना का लाभ केवल उन्हीं महिलाओं को मिलेगा, जिनके पास निम्न योग्यताएं हों:
HMV (हेवी मोटर वाहन) या LMV (लाइट मोटर वाहन) ड्राइविंग लाइसेंस
कम से कम तीन वर्ष का ड्राइविंग अनुभव
आयु सीमा 21 से 40 वर्ष, जो 1 जनवरी 2026 तक मान्य होगी
खास बात यह है कि जिन महिलाओं के पास अभी केवल LMV लाइसेंस है, उन्हें निगम HMV लाइसेंस परीक्षा दिलवाने में सहयोग करेगा, ताकि वे बड़े वाहनों को चलाने की योग्यता भी प्राप्त कर सकें। यह पहल उन महिलाओं के लिए खास रूप से फायदेमंद है, जो ड्राइविंग को करियर बनाना चाहती हैं।
पिंक बस सेवा: महिलाओं के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक सफर
16 मई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 20 पिंक बसों को हरी झंडी दिखाकर इस योजना की शुरुआत की थी। वर्तमान में 8 बसें पटना में, 4 मुजफ्फरपुर में और 2-2 बसें दरभंगा, भागलपुर, पूर्णिया और गया में संचालित की जा रही हैं। दूसरे चरण में इस सेवा का विस्तार किया जा रहा है, जिसके तहत पटना में 22
मुजफ्फरपुर में 16, दरभंगा और गया में 13-13 पूर्णिया और भागलपुर में 8-8 बसों का संचालन किया जाएगा। इन चरणों के पूरा होने के बाद कुल 100 पिंक बसें बिहार की सड़कों पर महिलाओं को सुरक्षित, आरामदायक और आधुनिक यात्रा प्रदान करेंगी।
आधुनिक सुविधाओं से लैस बसें
पिंक बसें पूरी तरह CNG से संचालित हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ किफायती भी हैं। महिलाओं की जरूरतों और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन बसों में कई महत्वपूर्ण सुविधाएं दी गई हैं। सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन, जहां मात्र 5 रुपये में सैनिटरी पैड उपलब्ध सीसीटीवी कैमरा,पैनिक बटन, जीपीएस ट्रैकर, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, माइक और म्यूजिक सिस्टम गर्भनिरोधक गोलियों की उपलब्धता, ताकि महिलाओं की सेहत से जुड़ी आपात जरूरतें पूरी हो सकें।इन सुविधाओं का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि महिलाएं आत्मविश्वास और सुरक्षा के साथ यात्रा कर सकें।
महिला चालक और कंडक्टर: प्रेरणा की नई मिसाल
पिंक बसों की सबसे खास बात यह है कि बस के दोनों पद—चालक और कंडक्टर—महिलाएं होंगी। इससे महिलाओं को सुरक्षित यात्रा की सुविधा तो मिलेगी ही, साथ ही यह नौकरी तलाशने वाली युवतियों को प्रेरित भी करेगा। BSRTC अधिकारियों का मानना है कि इस सेवा से घरेलू महिलाओं, छात्राओं और कामकाजी महिलाओं के लिए शहरों के भीतर यात्रा करना और आसान व सुरक्षित होगा।
महिलाओं के लिए बड़ा रोजगार अवसर
पिंक बस सेवा’ सिर्फ एक परिवहन योजना नहीं, बल्कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। जो महिलाएं ड्राइविंग सीखना चाहती थीं लेकिन अवसरों की कमी के कारण पीछे रह जाती थीं, उनके लिए यह योजना नए दरवाजे खोल रही है। प्रशिक्षण के बाद नौकरी मिलने से वे न सिर्फ आर्थिक रूप से सक्षम बनेंगी, बल्कि समाज में नई पहचान भी बना सकेंगी।
कैसे करें आवेदन?
महिलाएं आवेदन से संबंधित पूरी जानकारी निगम की आधिकारिक वेबसाइट और स्थानीय परिवहन कार्यालय से प्राप्त कर सकती हैं। आवेदन प्रक्रिया सरल रखी गई है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकें।
अंत में, पिंक बस सेवा बिहार की महिलाओं के लिए नई उम्मीद और नए भविष्य का प्रतीक बन रही है। यह योजना केवल यात्रा को सुरक्षित बनाना नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और समाज में नई पहचान देने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। आने वाले समय में यह सेवा बिहार के परिवहन ढांचे को तो मजबूत करेगी ही, साथ ही राज्य की बेटियों के सपनों को भी नई रफ्तार देगी।