Bihar Election 2025 : चिराग पासवान ने राजू तिवारी को बनाया LJP(R) विधायक दल का नेता, बिहार में 19 सीटों की जीत से बढ़ा राजनीतिक कद

बिहार चुनाव 2025 में शानदार प्रदर्शन के बाद LJP(R) प्रमुख चिराग पासवान ने राजू तिवारी को विधायक दल का नेता चुना। चिराग की पार्टी को 29 में से 19 सीटों पर जीत मिली और एनडीए ने 201 सीटें जीतीं।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 15 Nov 2025 02:58:34 PM IST

Bihar Election 2025 : चिराग पासवान ने राजू तिवारी को बनाया LJP(R) विधायक दल का नेता, बिहार में 19 सीटों की जीत से बढ़ा राजनीतिक कद

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Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने राज्य की राजनीति में कई नए समीकरण और नेतृत्व के नए चेहरे सामने लाए हैं। इन परिणामों ने न केवल सत्ता संतुलन को बदला है, बल्कि एनडीए खेमे के भीतर भी नई राजनीतिक भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को जन्म दिया है। इसी कड़ी में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपनी पार्टी LJP(R) के विधायक दल का नेता चुनकर एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश दिया है। चिराग ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और अनुभवी विधायक राजू तिवारी को LJP(R) विधायक दल का नेता घोषित किया। इस फैसले को पार्टी संगठन में मजबूती और विधानसभा में प्रभावी नेतृत्व के रूप में देखा जा रहा है।


19 सीटों की जीत से LJP(R) ने किया दमदार प्रदर्शन

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में चिराग पासवान के नेतृत्व में LJP(R) ने बेहद शानदार प्रदर्शन किया। पार्टी ने कुल 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें 19 पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। यह प्रदर्शन चिराग पासवान की रणनीति, आक्रामक प्रचार और एनडीए गठबंधन के साथ तालमेल का परिणाम माना जा रहा है। खास बात यह है कि चिराग पासवान ने पश्चिम चंपारण, समस्तीपुर, सहरसा, मुजफ्फरपुर और कुछ सीमांचल क्षेत्रों में युवाओं, महिलाओं और पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं के बीच गहरी पकड़ बनाई। पार्टी के इस प्रदर्शन ने न सिर्फ LJP(R) को एनडीए के भीतर एक बड़ी राजनीतिक ताकत बना दिया है, बल्कि बिहार राजनीति में चिराग को “किंगमेकर” के साथ-साथ भविष्य का बड़ा चेहरा भी स्थापित कर दिया है।


एनडीए को मिला 201 सीटों का स्पष्ट बहुमत

चुनाव में एनडीए गठबंधन ने शानदार जीत हासिल करते हुए 201 सीटों पर कब्जा जमा लिया। भाजपा, जेडीयू, हम और LJP(R) के बीच मजबूत तालमेल इसका प्रमुख कारण माना जा रहा है। यह जीत बिहार में एक मजबूत और स्थिर सरकार की ओर संकेत देती है। एनडीए की इस जीत में चिराग पासवान की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही, क्योंकि उनके चुनावी कैंपेन ने कई क्षेत्रों में वोटों का समीकरण बदल दिया।बिहार की विधानसभा में अब LJP(R) एनडीए का एक बड़ा स्तंभ है और इसी कारण विधायक दल का नेतृत्व किसे मिले यह निर्णय बेहद अहम था।


राजू तिवारी पर चिराग पासवान ने क्यों जताया भरोसा?

राजू तिवारी का नाम LJP(R) विधायक दल के नेता के रूप में घोषित होना कोई अचानक लिया गया फैसला नहीं है। कई वजहों से वे इस पद के सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे थे:अनुभव और संगठन से जुड़ाव – राजू तिवारी लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं और संगठन में उनकी छवि संतुलित एवं सशक्त नेता की रही है। चिराग के सबसे विश्वसनीय साथियों में शुमार – पार्टी की कई महत्वपूर्ण बैठकों, रणनीतिक चर्चाओं और चुनाव अभियानों में वे चिराग पासवान के भरोसेमंद सहयोगी रहे।


विधानसभा में प्रभावी उपस्थिति – राजनीतिक समझ, संवाद कौशल और विपक्ष से रणनीतिक तरीके से निपटने की क्षमता की वजह से वे इस पद के लिए बेहद उपयुक्त माने गए। विभिन्न जातीय और सामाजिक समूहों में पकड़ – राजू तिवारी कई सामाजिक और जातीय समूहों में लोकप्रिय हैं, जिससे पार्टी को विधानसभा में बेहतर प्रतिनिधित्व मिलेगा।


चिराग पासवान ने कहा कि “राजू तिवारी का चयन पार्टी के सामूहिक नेतृत्व की सोच का प्रतिबिंब है। हमें विश्वास है कि वे विधानसभा में पार्टी की आवाज मजबूती से उठाएंगे और जनता के मुद्दों पर प्रभावी भूमिका निभाएंगे।”


विधानसभा में LJP(R) की रणनीति क्या होगी?

LJP(R) अब बिहार विधानसभा में एक प्रभावी शक्ति के रूप में उभर रही है। 19 विधायकों के साथ पार्टी अगली सरकार और विधानसभा की नीतियों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। राजू तिवारी के नेतृत्व में पार्टी निम्न बिंदुओं पर फोकस कर सकती है:गरीबों, युवाओं और ग्रामीण इलाकों की समस्याओं को प्राथमिकता , रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर सख्त रुख, गठबंधन में अपनी भूमिका को मजबूती देना, चिराग पासवान की लोकप्रियता और पार्टी के जनाधार को और बढ़ाना है। 


राजनीतिक संदेश और भविष्य की संभावनाएं

चिराग पासवान का यह फैसला कई राजनीतिक संदेश भी देता है। एक ओर यह LJP(R) के भीतर संगठनात्मक मजबूती की ओर इशारा करता है, वहीं दूसरी ओर यह एनडीए के भीतर चिराग की बढ़ती नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। 19 सीटों की जीत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि LJP(R) अब बिहार की राजनीति में किसी भी समीकरण को प्रभावित करने की क्षमता रखती है। राजू तिवारी के नेतृत्व में अब पार्टी का लक्ष्य विधानसभा में मजबूत विपक्षी आवाजों का जवाब देना और सरकार की नीतियों को जमीन पर बेहतर ढंग से लागू कराने में सहयोग करना होगा।