एक बोरी सिक्का लेकर बेटी को स्कूटी दिलाने पहुंचा पिता, शोरूम के कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में चेकिंग के दौरान CRPF जवानों और दारोगा के परिवार के बीच मारपीट, बीच सड़क पर खूब चले लात-घूंसे; वीडियो वायरल Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी Bihar Election 2025: बिहार में चुनाव प्रचार करेगी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, 20 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Thu, 23 Oct 2025 05:59:50 PM IST
- फ़ोटो Reporter
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मोतिहारी में राजनीतिक माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है। गुरुवार को मोतिहारी विधानसभा क्षेत्र से राजद प्रत्याशी देवा गुप्ता के घर पर प्रशासनिक टीम ने छापेमारी की, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार, मजिस्ट्रेट नवनीत कुमार को सूचना मिली थी कि देवा गुप्ता के घर पर मतदाताओं को लुभाने के लिए पैसों का वितरण किया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर मजिस्ट्रेट नवनीत कुमार छतौनी थाना के थानाध्यक्ष सुनील कुमार तथा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और छापेमारी की कार्रवाई शुरू की।
जैसे ही प्रशासनिक टीम देवा गुप्ता के आवास पहुंची, मौके पर मौजूद समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। समर्थकों ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई राजनीतिक दबाव में की जा रही है और प्रशासन एक विशेष पार्टी के इशारे पर काम कर रहा है।
वहीं, मजिस्ट्रेट नवनीत कुमार ने मौके पर कहा कि वे सिर्फ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं और किसी राजनीतिक दबाव में नहीं हैं। उन्होंने समर्थकों से अपील की कि वे कार्य में बाधा न डालें, लेकिन विरोध जारी रहा। स्थिति बिगड़ती देख मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को वापस लौटना पड़ा।
इस घटना के बाद मोतिहारी का चुनावी माहौल और गरमाता नज़र आ रहा है। विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई को लेकर चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच की मांग की है, वहीं प्रशासन का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने और आचार संहिता के पालन के लिए यह कदम उठाया गया।
रिपोर्ट- सोहराब आलम, मोतिहारी