8th Pay Commission : 8वां वेतन आयोग गठित: 50 लाख कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनरों की वेतन संरचना में बदलाव की तैयारी, सरकार ने जारी की नई सरकार की नई अधिसूचना Bihar Election 2025: चुनाव में मतदाताओं को धमकाने पर हो सकती है कौन सी कार्रवाई? जान लीजिए नियम Bihar Election 2025: चुनाव में मतदाताओं को धमकाने पर हो सकती है कौन सी कार्रवाई? जान लीजिए नियम DGCA New Rules 2025: फ्लाइट से यात्रा करने वालों के लिए बड़ी राहत: अब टिकट बुकिंग के 48 घंटे के भीतर कर सकेंगे फ्री कैंसिलेशन और मोडिफिकेशन? जानिए पूरी डिटेल Lalan Singh : 'घरे में बंद कर दिहो ...', केंद्रीय मंत्री ललन सिंह को अनंत सिंह के वोट अपील में यह बातें बोलना पड़ा महंगा, पटना DM ने दर्ज किया FIR; जानिए क्या है पूरा मामला Patna accident : पटना में बाकरगंज नाले पर बना मकान धंसा, चार लोग फंसे; राहत-बचाव कार्य जारी Success Story: कौन हैं IAS आशीष कुमार? जिन्होंने अनंत सिंह के गिरफ्तारी से ठीक पहले संभाली थी मोकामा की कमान Bihar Election 2025: ‘लालू का अपना इतिहास रहा है, वह खुद सजायप्ता हैं’ रीतलाल यादव के लिए रोड शो करने पर बोले दिलीप जायसवाल Bihar Election 2025: ‘लालू का अपना इतिहास रहा है, वह खुद सजायप्ता हैं’ रीतलाल यादव के लिए रोड शो करने पर बोले दिलीप जायसवाल Bihar Election 2025 : पहले चरण के चुनाव प्रचार के आखिर दिन अमित शाह के बड़े वादे,कहा - डिफेंस कॉरिडोर, नई रेललाइन और रामायण सर्किट से बदलेगा बिहार का भविष्य
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 04 Nov 2025 08:21:36 AM IST
                    
                    
                    - फ़ोटो
Patna Traffic Police : पटना यातायात पुलिस ने कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष यातायात व्यवस्था लागू की है। इस दिन लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए विभिन्न घाटों पर पहुंचते हैं, जिसके कारण शहर में भारी भीड़ और यातायात जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने 5 नवंबर, बुधवार को कई महत्वपूर्ण मार्गों पर गाड़ियों के परिचालन पर प्रतिबंध लगाया है।
सबसे प्रमुख बदलाव कारगिल चौक से गायघाट तक के मार्ग पर देखने को मिलेगा, जहां बुधवार के पूरे दिन किसी भी तरह के वाहनों का परिचालन नहीं होगा। यह निर्णय श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम मार्ग उपलब्ध कराने के लिए लिया गया है। इसके अलावा, जेपी सेतु पर छपरा से पटना की ओर आने वाले वाहनों पर रात 10 बजे से अगले दिन सुबह 11 बजे तक रोक रहेगी। इस दौरान भारी वाहन जैसे बस, ट्रक, हाईवा और जेसीबी आदि का प्रवेश पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा।
पटना की ओर आने वाले वाहनों को गंगा पथ के नीचे जाने की अनुमति नहीं होगी। इस रूट पर आने वाले वाहनों को सीधे जेपी सेतु के अप्रोच पथ से होते हुए अशोक राजपथ की ओर भेजा जाएगा। कारगिल चौक से शाहपुर तक सभी प्रकार के वाहनों का परिचालन सामान्य रूप से जारी रहेगा, लेकिन कार्तिक पूर्णिमा के दिन भारी भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
अशोक राजपथ पर भी ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। कारगिल चौक से गायघाट पुल के नीचे तक के सभी इंट्री प्वाइंट्स को बंद कर दिया जाएगा। सिर्फ खजांची रोड के माध्यम से श्रद्धालुओं के वाहनों को पटना कॉलेज और साइंस कॉलेज के कैंपस में पार्किंग के लिए भेजा जाएगा। नगर बस सेवा द्वारा संचालित बसें पटना जंक्शन से जीपीओ होते हुए बेली रोड के रास्ते दानापुर या खगौल जाएंगी, लेकिन कारगिल चौक तक नहीं जाएंगी। इसके बदले में ये बसें गांधी मैदान के गेट नंबर-10 के अंदर खड़ी की जाएंगी।
व्यावसायिक वाहनों के लिए भी रूट में बदलाव किया गया है। अगमकुआं आरओबी से गायघाट तक आने वाले वाहनों को एनएमसीएच तक जाने की अनुमति होगी। वहीं, धनुकी मोड़ या बिस्कोमान गोलंबर की ओर से आने वाले व्यावसायिक वाहन डंका ईमली चौक तक जा सकेंगे। गायघाट पुल के नीचे से चलने वाले वाहनों को अगमकुआं आरओबी होते हुए बिस्कोमान गोलंबर, धनुकी मोड़ और पुरानी बाईपास के रास्ते गांधी मैदान भेजा जाएगा।
दीघा के रामजीचक इलाके से जेपी सेतु की ओर आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को पाटली पथ के ऊपर खड़ा कराया जाएगा। वहीं, दीघा स्थित पाटीपुल घाट, दीधा घाट, शिवा घाट और मीनार घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग संबंधित घाटों के निर्धारित स्थल पर की जाएगी। वहां से श्रद्धालुओं को पैदल ही घाट तक पहुंचना होगा।
यातायात पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे परेशानी से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। खासकर जेपी सेतु की ओर जाने वाले लोगों से आग्रह किया गया है कि वे महात्मा गांधी सेतु का इस्तेमाल करें, ताकि भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम की स्थिति से बचा जा सके। इन तमाम व्यवस्थाओं का मुख्य उद्देश्य कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाना है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।