1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 18 Nov 2025 08:27:48 AM IST
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Illegal Liquor Trade : पटना के गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले यारपुर डोमखाना इलाके में सोमवार देर रात एक बड़ी घटना सामने आई, जब अवैध शराब की सूचना पर छापेमारी करने पहुंची पुलिस और उत्पाद विभाग की संयुक्त टीम पर स्थानीय उपद्रवियों ने हमला कर दिया। यह इलाका लंबे समय से अवैध शराब कारोबार का गढ़ माना जाता है, जहां पर कार्रवाई के बाद भी तस्कर फिर सक्रिय हो जाते हैं। सोमवार की रात ऐसी ही एक कार्रवाई के दौरान माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया और पुलिसकर्मियों को भीड़ के हमले का सामना करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, उत्पाद विभाग को सूचना मिली थी कि यारपुर डोमखाना में बड़े पैमाने पर देसी शराब की खरीद-बिक्री चल रही है। इसी आधार पर रात में कार्रवाई की योजना बनाई गई। टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां छापेमारी के दौरान दो शराब धंधेबाज गिरफ्तार किए गए, साथ ही देसी शराब की कई बोतलें भी बरामद हुईं। कार्रवाई लगभग पूरी हो चुकी थी और पुलिस टीम लौटने ही वाली थी कि तभी अचानक बड़ी संख्या में लोग वहां जुटने लगे।
भीड़ ने पुलिस की गिरफ्त में मौजूद दोनों आरोपियों को छुड़ाने की कोशिश शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस और उपद्रवियों के बीच कहासुनी हो गई, जो कुछ ही मिनटों में गंभीर रूप ले ली। पहले धक्का-मुक्की हुई और उसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए इस हमले में 3 से 4 पुलिसकर्मी हल्के रूप से घायल हो गए। उपद्रवियों ने न केवल पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया बल्कि पुलिस की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। हालात बेकाबू होते देख टीम को कुछ देर के लिए पीछे हटना पड़ा।
स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने तुरंत रणनीति बदली और आसपास के दो-तीन थानों की अतिरिक्त फोर्स को बुलाया गया। थोड़ी ही देर में भारी पुलिस बल के साथ दोबारा इलाके में दबिश दी गई। पुलिस की सख्ती देखते ही उपद्रवी इधर-उधर भागने लगे और कई लोग घरों में छिप गए। देर रात तक चले अभियान में पुलिस ने दो और उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि उत्पाद विभाग की टीम पर हमला एक गंभीर मामला है। दो शराब तस्करों को पकड़ लिया गया है और पथराव में शामिल अन्य लोगों की पहचान कर लगातार दबिश दी जा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। सभी दोषियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यारपुर डोमखाना में लंबे समय से अवैध शराब का कारोबार चलता रहा है। कई बार कार्रवाई के बावजूद तस्करों की गतिविधियां फिर से तेज हो जाती हैं। इससे यह साफ होता है कि इस पूरे खेल में संगठित असामाजिक तत्व सक्रिय हैं, जो कानून से बेखौफ होकर अवैध शराब का अवैध धंधा करते हैं।
घटना के बाद पूरे इलाके में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है और माहौल को पूरी तरह नियंत्रण में रखा गया है। पुलिस लगातार इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है ताकि किसी भी तरह की स्थिति फिर न बिगड़े। फिलहाल मामले की जांच जारी है और पुलिस अवैध नेटवर्क की जड़ तक पहुँचने की तैयारी में है।