Bihar News: झोपड़ी में रहते थे कर्पूरी ठाकुर, PM मोदी करेंगे अवलोकन, महिलाओं ने बताई जमीनी हकीकत

Bihar News:बिहार विधानसभा चुनाव के बीच समस्तीपुर का कर्पूरी ग्राम एक बार फिर सुर्खियों में है। यह वही गांव है जहां पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर का पैतृक घर है। एक साधारण सी झोपड़ी, जो अब राजनीतिक प्रतीक बन चुकी है।

1st Bihar Published by: RAMESH SHANKAR Updated Thu, 23 Oct 2025 12:06:49 PM IST

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बिहार न्यूज - फ़ोटो Google

Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच समस्तीपुर का कर्पूरी ग्राम एक बार फिर सुर्खियों में है। यह वही गांव है जहां पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर का पैतृक घर है। एक साधारण सी झोपड़ी, जो अब राजनीतिक प्रतीक बन चुकी है। 24 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चुनावी अभियान की शुरुआत इसी ऐतिहासिक स्थल से करेंगे। अपने बिहार दौरे के दौरान पीएम मोदी कर्पूरी ठाकुर के पैतृक आवास का अवलोकन करेंगे और उनके जीवन से जुड़ी वस्तुओं को देखेंगे।


पीएम के आगमन की तैयारियों को लेकर पूरे इलाके में भारी उत्साह का माहौल है। गांव की गलियों की सफाई से लेकर ठाकुर जी की झोपड़ी तक की मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। गांव की महिलाएं खुद इस सफाई और सजावट में जुटी हैं, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के आगमन से उनके गांव की तस्वीर बदलेगी।


स्थानीय महिला गंगिया देवी बताती हैं, “अब तक मोदी जी को हम सिर्फ टीवी पर देखते-सुनते आए हैं। इस बार उन्हें नजदीक से देखने का मौका मिलेगा। अगर बात हुई तो हम अपनी परेशानियां और गांव की समस्याएं जरूर बताएंगे।”

मुन्नी देवी कहती हैं कि प्रधानमंत्री से उन्हें उम्मीद है कि अब इस क्षेत्र के विकास की नई शुरुआत होगी। वहीं उर्मिला देवी का कहना है कि कुछ लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है, लेकिन अब भी बहुत से परिवार वंचित हैं, जिनकी ओर सरकार को ध्यान देना चाहिए।


कर्पूरी ठाकुर, जिन्होंने राजनीति में सादगी और सामाजिक न्याय की मिसाल कायम की, आज भी बिहार की राजनीति के केंद्र में हैं। प्रधानमंत्री मोदी का कर्पूरी ठाकुर के घर जाना न सिर्फ श्रद्धांजलि का प्रतीक है बल्कि अति पिछड़े समाज को संदेश देने का भी प्रयास माना जा रहा है।


राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मोदी का यह दौरा बिहार चुनाव की दिशा तय कर सकता है। कर्पूरी ग्राम में मोदी का आगमन विकास, समानता और सामाजिक न्याय के मुद्दों को फिर से राष्ट्रीय विमर्श में ला रहा है।