1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 26 Oct 2025 08:29:19 PM IST
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Bihar election: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान (6 नवंबर) का बिगुल बजने से पहले राजधानी पटना में चुनावी पारा तेजी से चढ़ रहा है। इस बीच केंद्रीय नेतृत्व और स्थानीय संगठन ने युद्धस्तर की तैयारियों को गति दी है। खास बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 नवंबर को पटना में एक भव्य रोड-शो करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, मोदी जी का यह रोड-शो विशेष रूप से पहले चरण में वोट करने वाले क्षेत्रों-फुलवारी शरीफ, दिघा और बाँकीपुर विधानसभा क्षेत्र को ध्यान में रखकर आयोजित किया जा रहा है। शुरुआत पटना एयरपोर्ट से प्रस्तावित है, और अंत होगा गांधी मैदान में। हालांकि मार्ग का अंतिम स्वरूप अभी प्रशासन एवं सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अनुमोदन के बाद घोषित किया जाना बाकी है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने पटना में कैंप कर रखे हैं। इस कैंप का उद्देश्य मतदाता-संपर्क को तीव्र करना, बूथ-स्तर की तैयारियों को अंतिम रूप देना और प्रधानमंत्री के आगमन से पहले माहौल तैयार करना है। भाजपा के प्रदेश, जिला तथा सेक्टर-कार्यकर्ता लगातार मैदान में जुटे हैं।
भाजपा तथा उसके सहयोगी दलों ने इस चुनावी समर में बारीक रणनीति बनाई है। भाजपा के प्रदेश कार्यालय और जे डी(यू) के कार्यालय में नए पोस्टर, बैनर और प्रचार सामग्री लगी है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरों को एक साथ दिखाया जा रहा है। यह संदेश देती है कि ‘डबल इंजन’ सरकार की ताकत आगे भी बनी रहनी चाहिए।
सालों से चली आ रही पार्टी-शक्ति का बूथ-स्तर पर संगठित प्रसार इस बार — विशेष रूप से युवा मतदाताओं, पहली बार वोट देने वालों और महिलाओं पर — विशेष फोकस के साथ चल रहा है। मोदी जी ने देशभर और विशेष रूप से बिहार में पार्टी कार्यकर्ताओं को बूथ-स्तर तक पहुँच बढ़ाने का निर्देश भी दिया है।
पटना में रोड-शो से पहले सुरक्षा, मार्गनिर्धारण, जनसमूह व्यवस्था और ट्रैफिक नियंत्रण जैसे पक्षों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भाजपा एवं प्रशासन की टीम ने संभावित मार्गों की सर्वेक्षण की है और जनसभाओं के लिए मंचों तथा स्वागत कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली है।
विशेष रूप से यह ध्यान रखा गया है कि 2 नवंबर के कार्यक्रम में भारी भीड़ संभावित है, इसलिए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण और मार्ग-संयोजन को प्राथमिकता दी है। विपक्षी दलों ने भी अपने-अपने चुनावी अभियानों में गति पकड़ी है, जिससे राजनीतिक प्रतिस्पर्धा और सघन हो गई है।
इस प्रकार, 2 नवंबर को होने वाला मोदी का रोड-शो और पटना में भाजपा की तैयारियाँ इस बात की तस्दीक करती हैं कि पहले चरण के मतदान (6 नवंबर) से पहले भाजपा पूरा दम लगा रही है। इस पहले चरण में 121 विधानसभा सीटें होंगी, जिनपर राज्य के 18 जिलों में मतदान हो रहा है।
भाजपा इस बार अपने संदेश को विकास, सुरक्षा एवं ‘डबल इंजन’ सरकार के मॉडल के इर्द-गिर्द मोड़ रही है। विपक्ष इसे चुनौती के रूप में देख रहा है और हर बूथ-पर्यन्त अभियान को निर्णायक बना रहा है।
पटना की सड़कों, मोहल्लों और बूथ-स्तर पर यह चुनावी गहमागहमी इस बात का आइना है कि इस बार बिहार में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल सकते हैं। 6 नवंबर को होने वाले मतदान तक सिर्फ संख्या-गणना नहीं बल्कि माहौल, संदेश, जनसमर्थन और बूथ-प्रभाव ही तय करेंगे कि किसका दल कितनी सीटों पर आगे बढ़ेगा।