Bihar election 2025 : “गुजरात में फैक्ट्री और बिहार विक्ट्री का फार्मूला एक नहीं चलेगा ....", CM के लिए नाम तय होते ही तेजस्वी का जोश हाई,कहा - NDA नीतीश कुमार के साथ कर रही अन्याय

Bihar election 2025 : महागठबंधन ने बिहार चुनाव 2025 के लिए तेजस्वी यादव को सीएम उम्मीदवार घोषित किया। पटना में अशोक गहलोत, मुकेश सहनी और कई नेताओं की मौजूदगी में तेजस्वी ने मोदी और अमित शाह को चुनौती दी और कहा—गुजरात का फार्मूला बिहार में नहीं चलेगा।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 23 Oct 2025 01:14:18 PM IST

Bihar election 2025 : “गुजरात में फैक्ट्री और बिहार विक्ट्री का फार्मूला एक नहीं चलेगा ....", CM के लिए नाम तय होते ही तेजस्वी का जोश हाई,कहा -  NDA नीतीश कुमार के साथ कर रही अन्याय

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Bihar election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की राजनीति अब पूरी तरह गरमा चुकी है। महागठबंधन ने आखिरकार राजद नेता तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा (सीएम फेस) घोषित कर दिया है। इसके साथ ही महागठबंधन में महीनों से चल रही अटकलों और मतभेदों पर विराम लग गया है। पटना के एक होटल में आयोजित भव्य कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने औपचारिक रूप से कमान संभाली। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी, CPI (ML) के दीपांकर भट्टाचार्य समेत कई दिग्गज नेता मौजूद थे।


कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव का जोश देखते ही बन रहा था। उन्होंने मंच से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को सीधा चुनौती देते हुए कहा, “गुजरात में फैक्ट्री और बिहार विक्ट्री का फार्मूला एक नहीं चलेगा। बिहार की जनता समझदार है और अब वह ठगी नहीं खाएगी।”


तेजस्वी यादव ने कहा, “हम लोगों को बिहार बनाने का काम करना है। मैं आदरणीय लालू प्रसाद यादव, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सभी महागठबंधन साथियों का धन्यवाद देता हूं। जो विश्वास आप सभी ने मुझ पर जताया है, उस पर मैं और मेरी टीम पूरी तरह खरे उतरेंगे।” उन्होंने एनडीए पर हमला करते हुए कहा, “ये थके हुए लोग हैं, जो सिर्फ सत्ता के भूखे हैं। अगर हमें सिर्फ तीस महीने का मौका मिल जाए, तो जो काम इन्होंने तीस सालों में नहीं किया, हम वो करके दिखा देंगे।”


राजद नेता ने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य केवल सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि बिहार को विकास की नई दिशा देना है। उन्होंने कहा, “महागठबंधन के लोग केवल सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि बिहार को नए सिरे से बनाने के लिए एकजुट हुए हैं।” तेजस्वी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी का भी आभार जताया और कहा कि यह सबके सहयोग और एकजुटता का परिणाम है कि महागठबंधन अब मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतर रहा है।


तेजस्वी यादव ने एनडीए और नीतीश कुमार को लेकर भी तीखे सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि NDA नीतीश कुमार के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने सवाल किया, “अगर नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा हैं, तो उनके चेहरे को चुनाव प्रचार में क्यों गायब रखा गया है? आखिर उनके नाम की आधिकारिक घोषणा से परहेज क्यों?” तेजस्वी के अनुसार, एनडीए के भीतर भारी असमंजस और असंतुलन है, जो जनता के सामने अब खुलकर सामने आ चुका है।


महागठबंधन की एकजुटता पर बोलते हुए तेजस्वी ने कहा कि गठबंधन के सभी दल एकजुट हैं और चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि “हमारा मकसद केवल चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि बिहार के हर नौजवान, किसान, मजदूर और महिला के जीवन में बदलाव लाना है।” उन्होंने वादा किया कि महागठबंधन की सरकार बनने पर रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग को प्राथमिकता दी जाएगी।


इससे पहले महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर मतभेद की खबरें सामने आ रही थीं। लेकिन बुधवार को अशोक गहलोत के पटना पहुंचने और लालू यादव व तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद स्थिति साफ हो गई। मीटिंग के बाद गहलोत ने कहा कि “महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है और बिहार के चुनाव में जनता को एक नया विकल्प देने के लिए तैयार है।”


अब तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन का पूरा फोकस भाजपा और एनडीए के खिलाफ चुनावी रणनीति पर है। तेजस्वी की आक्रामक और आत्मविश्वास से भरी शैली से साफ है कि वे इस बार “बिहार बदलने” के मिशन पर हैं — और महागठबंधन के नेता भी इस जंग को पूरी ताकत से लड़ने के लिए तैयार दिख रहे हैं।