1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 20 Nov 2025 11:17:56 AM IST
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Vijay Kumar Sinha Oath : बिहार की राजनीति में आज एक बड़ा और अहम दिन रहा, जब अनुभवी नेता विजय कुमार सिन्हा ने एक बार फिर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पटना में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह दूसरा मौका है जब वे राज्य के उपमुख्यमंत्री बने हैं। इससे पहले वे पिछले कार्यकाल में भी इसी पद पर रहते हुए सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं।
एनडीए में बढ़ी विजय कुमार सिन्हा की ताकत
2025 के विधानसभा चुनाव के बाद बनी नई एनडीए सरकार में बीजेपी ने अपने अनुभवी और भरोसेमंद चेहरों पर एक बार फिर दांव लगाया है। विजय कुमार सिन्हा लंबे समय से संगठन से लेकर सरकार तक अपनी सक्रिय उपस्थिति के लिए जाने जाते रहे हैं। इस बार भी उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाकर पार्टी ने यह संकेत दे दिया है कि उनकी भूमिका आने वाले दिनों में और व्यापक होगी।
वे बिहार विधानसभा के स्पीकर भी रह चुके हैं और एक प्रशासनिक तथा राजनीतिक रूप से अनुभवी नेता माने जाते हैं। बीजेपी में उनकी पकड़ और संगठनात्मक कौशल को देखते हुए इस बार उनके जिम्मे कई महत्वपूर्ण विभाग दिए जाने की उम्मीद है।
शपथ ग्रहण समारोह में दिखा राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन
पटना के गांधी मैदान में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बीजेपी के शीर्ष नेता, जेडीयू के वरिष्ठ नेता और एनडीए के अन्य सहयोगी दलों के नेता मौजूद रहे। समारोह के दौरान बीजेपी के कई विधायक और समर्थकों की बड़ी संख्या भी वहां उपस्थित थी। विजय कुमार सिन्हा जब शपथ लेने मंच पर पहुंचे तो गांधी मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। यह दर्शाता है कि पार्टी और सहयोगी दलों के भीतर उनकी नेतृत्व क्षमता को लेकर कितना विश्वास है।
विजय कुमार सिन्हा के राजनीतिक सफर पर एक नज़र
विजय कुमार सिन्हा की राजनीतिक यात्रा संगठन से शुरू हुई थी। वे लंबे समय तक भाजपा के विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी को गांव-गांव तक मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाते रहे। उनकी साफ-सुथरी छवि और जनता के बीच मजबूत पकड़ ने उन्हें एक प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित किया है।
उन्होंने श्रम संसाधन मंत्री रहते हुए कई महत्वपूर्ण योजनाओं को जमीन पर उतारने का काम किया था। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष बनने पर उन्होंने विधायी कार्यों को सुचारू रूप से चलाया। उपमुख्यमंत्री के रूप में उनका पिछला कार्यकाल भी काफी सक्रियता और सख्त प्रशासनिक रुख के लिए जाना गया।
आने वाले दिनों में होगी बड़ी जिम्मेदारी
इस बार उपमुख्यमंत्री बनने के बाद उनसे उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। बिहार को रोजगार, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे कई महत्वपूर्ण मोर्चों पर तेज विकास की जरूरत है। एनडीए सरकार में बीजेपी की भूमिका अहम है, इसलिए विजय कुमार सिन्हा को इन मुद्दों पर निर्णायक कदम उठाने होंगे। सूत्रों के अनुसार, उन्हें इस बार भी ऐसे विभाग मिल सकते हैं जो सीधे जनता से जुड़े हों, ताकि जमीनी स्तर पर विकास योजनाओं की गति तेज हो सके।
विपक्ष की नजरें भी विजय कुमार सिन्हा पर
विपक्ष भी उनकी नई भूमिका को लेकर खासा सतर्क है। पिछली बार विधानसभा में उनकी सक्रियता और विपक्ष पर तीखे हमलों को देखते हुए इस बार भी विपक्ष उन पर कड़ी नजर बनाए हुए है। हालांकि विजय कुमार सिन्हा का कहना है कि वे राजनीति से ऊपर उठकर बिहार के विकास को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने शपथ के बाद कहा कि “बिहार का समग्र विकास ही मेरी पहली प्राथमिकता है। हम सभी मिलकर एक मजबूत और विकसित बिहार का निर्माण करेंगे।”
विजय कुमार सिन्हा का दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बनना न केवल उनके राजनीतिक अनुभव और नेतृत्व क्षमता की पुष्टि करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बीजेपी और एनडीए में उनका कद लगातार बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में वे सरकार की नीतियों और विकास योजनाओं को किस दिशा में लेकर जाते हैं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।