एक पति के लिए दो पत्नियों ने रखा करवा चौथ का व्रत, साथ में की पूजा, सोशल मीडिया पर फोटो वायरल

आगरा में एक पति के लिए उसकी दो पत्नियों ने साथ में करवा चौथ का व्रत रखा और पूजा-अर्चना की। सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 11 Oct 2025 08:20:49 PM IST

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दो पत्नियों का एक पति - फ़ोटो सोशल मीडिया

DESK: आगरा से करवा चौथ के मौके पर एक अनोखा और दिलचस्प मामला सामने आया है। यहां एक पति की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन के लिए उसकी दोनों पत्नियों ने एक साथ व्रत रखा, पूजा की और चांद को अर्घ्य देने के बाद बाद पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोला। परिवार में आपसी समझ और प्रेम के चलते किसी प्रकार का विवाद नहीं हुआ। यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और रिश्तों में प्रेम और समझ की मिसाल बन गया।


करवा चौथ की अनोखी तस्वीर

करवा चौथ को आमतौर पर प्यार और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। लेकिन आगरा से इस बार जो तस्वीर सामने आई, उसने इंटरनेट पर खूब धमाल मचाया। एत्माद्दौला इलाके के नगला बिहारी निवासी रामबाबू निषाद की पहली पत्नी शीला देवी और दूसरी पत्नी मन्नू देवी ने एक साथ पूजा की, चांद को अर्घ्य दिया और पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोला। सोशल मीडिया पर वायरल फोटो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बन गया।


रामबाबू की दो शादी

रामबाबू निषाद की पहली शादी शीला देवी से लगभग 10 साल पहले हुई थी और उनके बच्चे भी हैं। कुछ समय बाद उनका झुकाव मन्नू देवी की ओर हुआ। परिवार में यह बात सामने आने के बावजूद कोई कलह नहीं हुई। शीला देवी ने इस नए रिश्ते को स्वीकार कर लिया और परिवार में नई समझ की नींव पड़ी। बाद में रामबाबू ने मन्नू देवी से मंदिर में विवाह कर लिया। वर्तमान में दोनों पत्नियां एक ही घर में मिलजुलकर साथ रहती हैं। रामबाबू का कहना है कि“जहां प्यार होता है, वहां कलह की कोई जगह नहीं होती।” उनके घर का माहौल इस बात का प्रमाण है कि रिश्ते केवल परंपराओं तक सीमित नहीं होते, बल्कि आपसी समझ, प्रेम और समर्पण से और भी मजबूत बनते हैं।


सोशल मीडिया पर फोटो वायरल 

इस परिवार की करवा चौथ की परंपरा ने सोशल मीडिया पर काफी ध्यान आकर्षित किया। वायरल वीडियो में दोनों पत्नियां आपसी सहमति और प्रेम के साथ पूजा करती नजर आ रही हैं। यह दृश्य न केवल लोगों को चकित कर रहा है, बल्कि समाज में रिश्तों की नई परिभाषा और समझदारी की मिसाल पेश कर रहा है।


भला है, बुरा है, जैसा है, मेरा पति मेरा देवता है 

आगरा के इस परिवार ने साबित कर दिया कि सच्चा प्यार और समझदारी किसी परंपरा या सामाजिक नियमों में बंधकर नहीं रुकती, बल्कि रिश्तों को और भी मजबूत बनाती है। यह कहानी मनोरंजक होने के साथ-साथ समाज को एक गहरा संदेश भी देती है—रिश्तों में प्रेम और समझ ही सबसे बड़ी ताकत है।