वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Fri, 18 Apr 2025 12:57:05 PM IST
बेंगलुरू की महिला इंजीनियर ने बनाया 'AI पालना' - फ़ोटो google
AI Cradle: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में बच्चों को संभालना माता-पिता के लिए चुनौती बन गया है। परेशानी तब और भी बढ़ जाती है, जब माता-पिता दोनों कामकाजी हों। ऐसे में बच्चे संभालना उनके लिए बेहद मुश्किल हो जाता है। बच्चों को संभालने में माता-पिता को कुछ हद तक कम परेशानी झेलनी पड़े इसके लिए मार्केट में क्रेडलवाइज का AI पालना उपलब्ध है।
अब मां को लोरी गाकर सुलाने से मिलेगा छुटकारा!
इस एआई पालना से आज के मॉडर्न जमाने में अब मां को बच्चों को सुलाने के लिए लोरी नहीं गानी पड़ेगी। जी हां AI पालना सभी मां की प्रॉब्लम को दूर कर देगा। छोटो बच्चों को पर्याप्त नींद की जरूरत होती है ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास सही से हो सके। इसी समस्या का समाधान करते हुए बेंगलूरू की एक महिला इंजीनियर राधिका पाटिल ने दुनिया का पहला अत्याधुनिक स्वचालित पालना (क्रिब) बनाया है। जिसे क्रेडलवाइज नाम दिया गया है। भारत में इस पालने की कीमत 1 लाख 59 हजार 900 रुपये है।
यह पालना स्वचालित रूप से बच्चे को झुलाने लगता है
यह पालना स्मार्ट तकनीक से लैस है। जब इसमें रखे गये बच्चे की कोई हलचल या आवाज होती है तो यह पालना स्वचालित रूप से बच्चे को झुलाने लगता है। खास बात यह है कि माता-पिता को उनके मोबाइल एप्लिकेशन के जरिये इसकी सूचना मिलती है। इस पालने की खासियत यह है कि इसमें कृत्रिम बुद्धिमता (AI) का इस्तेमाल किया गया है। जिससे बच्चे की नींद में कोई बाधा नहीं आती है साथ ही यह बच्चे की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करता है। क्रेडलवाइज पालने को अमेरिका के जेपीएमए यानी जुवेनाइल प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन और ग्रीन गार्ड से सुरक्षा प्रमाण पत्र प्राप्त है। जो इसके उच्च सुरक्षा मानकों को प्रमाणित करते हैं।
पालने में लगा है अत्याधुनिक कैमरा और सेंसर
इस पालने में अत्याधुनिक कैमरे और सेंसर लगे हैं, जो बच्चे की गतिविधियों को ट्रैक करते हैं और माता-पिता को रियल टाइम सूचनाएं देते हैं। क्रेडलवाइज पालना को अमेरिका और कनाडा में पहले ही सफलता मिल चुकी है। इन देशों में हजारों माता-पिता इसे इस्तेमाल कर रहे हैं। अब यह प्रोडक्ट भारत में भी उपलब्ध है। क्रेडलवाइज की संस्थापक राधिका पाटिल पिंपरी चिंचवड की फेमस सर्जन डॉक्टर नितिन गांधी की बेटी हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई पुणे के सीओआईपी और बेंगलुरू के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस से की है। उनका ये प्रोडक्ट अब भारतीय बाजारों में भी उपलब्ध है। इस प्रोडक्ट के बारे में ज्यादा जानकारी आप (www.cradlewise.com) पर प्राप्त कर सकते हैं।