पूर्वी चंपारण में शर्मनाक घटना: टैंकर के पलटने के बाद तेल लूटने की मची होड़, किसी ने नहीं की घायल ड्राइवर की मदद Bihar Transport News: 1.24 लाख घूस लेने में अदना सा 'परिवहन सिपाही' पर केस..हाकिम तो बच गए ! किसके इशारे पर महिला के खाते में मंगवाई गई राशि ? घर पर ट्यूशन पढ़ाते-पढ़ाते 11 साल के बच्चे से प्यार कर बैठी 23 साल की लेडी टीचर, घुमाने के बहाने कई होटल में ले जाकर किया गंदा काम Bihar News: बाइक समेत गड्ढे में जा गिरे तीन दोस्त, दो की मौके पर हुई मौत; बकरी के चक्कर में गई जान Caste census india: जाति जनगणना की अनदेखी करने वाली कांग्रेस अब मुखर, बीजेपी की सहमति के पीछे क्या है राज? Bihar Mausam Update: बिहार के इन 9 जिलों में शाम तक आंधी-पानी-वज्रपात की चेतावनी, कौन-कौन जिला हैं शामिल जानें.... PIL Pahalgam Attack Rejected: मौजूदा समय सेना पर सवाल उठाने का नहीं, बल्कि एकजुट रहने का है: सुप्रीम कोर्ट Labour Law India: लेबर लॉ के पालन न होने की वजह से, जानिए कैसे सरकारी नौकरी बन गई भारतीय युवाओं की पहली पसंद? Chanakya Niti: इन 4 जगहों पर भूलकर भी न खोलें अपना मुंह, वरना टूट सकता है मुसीबतों का पहाड़ Bihar News: तेज रफ्तार पिकअप वैन ने पांच लोगों को रौंदा, एक व्यक्ति की मौत; गुस्साए लोगों ने गाड़ी में लगाई आग
1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Fri, 18 Apr 2025 12:57:05 PM IST
बेंगलुरू की महिला इंजीनियर ने बनाया 'AI पालना' - फ़ोटो google
AI Cradle: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में बच्चों को संभालना माता-पिता के लिए चुनौती बन गया है। परेशानी तब और भी बढ़ जाती है, जब माता-पिता दोनों कामकाजी हों। ऐसे में बच्चे संभालना उनके लिए बेहद मुश्किल हो जाता है। बच्चों को संभालने में माता-पिता को कुछ हद तक कम परेशानी झेलनी पड़े इसके लिए मार्केट में क्रेडलवाइज का AI पालना उपलब्ध है।
अब मां को लोरी गाकर सुलाने से मिलेगा छुटकारा!
इस एआई पालना से आज के मॉडर्न जमाने में अब मां को बच्चों को सुलाने के लिए लोरी नहीं गानी पड़ेगी। जी हां AI पालना सभी मां की प्रॉब्लम को दूर कर देगा। छोटो बच्चों को पर्याप्त नींद की जरूरत होती है ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास सही से हो सके। इसी समस्या का समाधान करते हुए बेंगलूरू की एक महिला इंजीनियर राधिका पाटिल ने दुनिया का पहला अत्याधुनिक स्वचालित पालना (क्रिब) बनाया है। जिसे क्रेडलवाइज नाम दिया गया है। भारत में इस पालने की कीमत 1 लाख 59 हजार 900 रुपये है।
यह पालना स्वचालित रूप से बच्चे को झुलाने लगता है
यह पालना स्मार्ट तकनीक से लैस है। जब इसमें रखे गये बच्चे की कोई हलचल या आवाज होती है तो यह पालना स्वचालित रूप से बच्चे को झुलाने लगता है। खास बात यह है कि माता-पिता को उनके मोबाइल एप्लिकेशन के जरिये इसकी सूचना मिलती है। इस पालने की खासियत यह है कि इसमें कृत्रिम बुद्धिमता (AI) का इस्तेमाल किया गया है। जिससे बच्चे की नींद में कोई बाधा नहीं आती है साथ ही यह बच्चे की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करता है। क्रेडलवाइज पालने को अमेरिका के जेपीएमए यानी जुवेनाइल प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन और ग्रीन गार्ड से सुरक्षा प्रमाण पत्र प्राप्त है। जो इसके उच्च सुरक्षा मानकों को प्रमाणित करते हैं।
पालने में लगा है अत्याधुनिक कैमरा और सेंसर
इस पालने में अत्याधुनिक कैमरे और सेंसर लगे हैं, जो बच्चे की गतिविधियों को ट्रैक करते हैं और माता-पिता को रियल टाइम सूचनाएं देते हैं। क्रेडलवाइज पालना को अमेरिका और कनाडा में पहले ही सफलता मिल चुकी है। इन देशों में हजारों माता-पिता इसे इस्तेमाल कर रहे हैं। अब यह प्रोडक्ट भारत में भी उपलब्ध है। क्रेडलवाइज की संस्थापक राधिका पाटिल पिंपरी चिंचवड की फेमस सर्जन डॉक्टर नितिन गांधी की बेटी हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई पुणे के सीओआईपी और बेंगलुरू के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस से की है। उनका ये प्रोडक्ट अब भारतीय बाजारों में भी उपलब्ध है। इस प्रोडक्ट के बारे में ज्यादा जानकारी आप (www.cradlewise.com) पर प्राप्त कर सकते हैं।