Bihar Election 2025: वोटिंग से पहले राहुल गांधी का बड़ा दाव, क्या बदलेगा समीकरण या होगा बड़ा खुलासा? Munger Election : मुंगेर चुनाव में वोटिंग से पहले बड़ा उलटफेर, जन सुराज प्रत्याशी संजय सिंह भाजपा में शामिल, बदले चुनावी समीकरण Bihar Assembly Election : बिहार चुनाव: पहले चरण की 10 वीआईपी सीटों पर हाई-प्रोफाइल मुकाबला, 16 मंत्रियों की साख दांव पर Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में एक युवक घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 05 Nov 2025 08:44:13 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Asia University Rankings: क्वाक्वेरेली साइमंड्स ने एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 जारी कर दी है। इस बार भारत के सात संस्थान टॉप-100 में जगह बनाने में सफल रहे हैं। आईआईटी दिल्ली ने 59वीं रैंक के साथ देश का नेतृत्व किया, जबकि आईआईएससी बेंगलुरु 64वें स्थान पर रहा। आईआईटी मद्रास (70), आईआईटी बॉम्बे (71), आईआईटी कानपुर और आईआईटी खड़गपुर (दोनों 77) तथा दिल्ली यूनिवर्सिटी (95) ने भी शीर्ष सौ में प्रवेश किया है।
साथ ही रिसर्च प्रोडक्टिविटी में भारत ने पूरे एशिया को पीछे छोड़ा है। मौलाना अबुल कलाम आजाद यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (पश्चिम बंगाल) ने पेपर्स पर फैकल्टी इंडिकेटर में पहला स्थान हासिल किया। स्टाफ विद पीएचडी कैटेगरी में 45 भारतीय संस्थान टॉप-100 में हैं। रैंकिंग में 11 पैरामीटर देखे गए, जिनमें अकादमिक रेप्युटेशन, एम्प्लॉयर रेप्युटेशन, साइटेशन और इंटरनेशनल स्टूडेंट रेशियो शामिल हैं। भारत ने रिसर्च आउटपुट और फैकल्टी क्वालिफिकेशन में मजबूत प्रदर्शन किया है।
इस साल रैंकिंग में उतार-चढ़ाव ज्यादा रहा। पिछले साल के मुकाबले 36 भारतीय संस्थानों की रैंक सुधरी है, 16 स्थिर रही और 105 गिरी। QS का कहना है कि एशिया में 1529 संस्थानों का मूल्यांकन हुआ, जिसमें 558 नए हैं। चीन (395) और सिंगापुर की यूनिवर्सिटी आगे निकलने से भारतीय आईआईटी की रैंक नीचे आई, लेकिन उनका ओवरऑल स्कोर बढ़ा है। जबकि आईआईटी दिल्ली का स्कोर 75.4 से 78.6 हो गया।
QS की सीईओ जेसिका टर्नर ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पांच साल में भारत ने ग्लोबल और लोकल दोनों स्तर पर मजबूत सिस्टम बनाया है। 130 से ज्यादा नए भारतीय संस्थानों का प्रवेश इसकी गहराई दिखाता है। एशिया में हॉन्गकॉन्ग यूनिवर्सिटी नंबर-1 बनी, जबकि चीन सबसे ज्यादा संस्थानों वाला देश रहा।