1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 15 Jul 2025 09:46:42 PM IST
परिजनों में मचा कोहराम - फ़ोटो GOOGLE
Uttarakhand: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में मंगलवार की शाम में दिल को दहला देने वाली घटना हुई है। मुवानी से बोकटा की ओर जा रही एक मैक्स जीप अनियंत्रित होकर करीब 150 मीटर गहरी खाई में गिर गई। जीप में सवार 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 5 अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में एक स्कूली बच्ची और चार महिलाएं शामिल हैं।
यह दर्दनाक हादसा मंगलवार की शाम करीब 4 बजे हुई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सोनी पुल के पास अचानक जीप अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। वाहन के गिरते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों ने तत्काल घटना की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी।
13 यात्रियों में 8 की मौत, 5 घायल
जीप में कुल 13 लोग सवार थे, जो मुवानी से बोकटा जा रहे थे। वाहन के नदी में गिरने से 8 लोगों की जान चली गई और 5 गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। तीन घायलों की हालत अत्यंत नाजुक बताई जा रही है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए स्थानांतरित किया गया है। घायलों का इलाज मुवानी पीएचसी में जारी है।
रेस्क्यू अभियान में जुटी SDRF-NDRF की टीमें
घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, पुलिस, फायर सर्विस और स्थानीय प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। घायलों को खाई से निकालकर प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में SDRF और NDRF के जवानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कमिश्नर और एसएसपी ने की पुष्टि
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने जानकारी दी कि घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन की सभी एजेंसियां मौके पर भेजी गईं। पिथौरागढ़ की एसएसपी रेखा यादव ने बताया कि, "मैक्स जीप के अनियंत्रित होकर खाई में गिरने से 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन घायलों की स्थिति गंभीर है।"
मृतकों की पहचान जारी, जांच के आदेश
पुलिस के अनुसार, मृतकों के पास से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर उनकी पहचान की जा रही है। पुलिस सभी घायलों से पूछताछ कर हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाने में जुटी है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, यह हादसा तेज रफ्तार या ब्रेक फेल होने की वजह से हो सकता है, लेकिन सटीक कारणों की जांच की जा रही है। उत्तराखंड की दुर्गम पहाड़ियों में लगातार हो रहे सड़क हादसे प्रशासन और परिवहन विभाग के लिए बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं। इस हादसे ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा के दौरान कितनी सतर्कता और सुरक्षा जरूरी है।