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चारधाम यात्रा 2025: पहलगाम हमले के बाद उत्तराखंड में सुरक्षा के कड़े प्रबंध, 6000 पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल की तैनाती

उत्तराखंड सरकार को इस वर्ष करीब 60 लाख श्रद्धालुओं के चारधाम यात्रा में शामिल होने की उम्मीद है। यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या हो सकती है। पिछली बार वर्ष 2024 में यह आंकड़ा लगभग 48 लाख था।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 29 Apr 2025 08:35:07 PM IST

kedarnath

60 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना - फ़ोटो google

Kedarnath: उत्तराखंड में इस वर्ष चारधाम यात्रा की शुरुआत से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों के मारे जाने के बाद उत्तराखंड राज्य में अलर्ट जारी किया गया है। 1 मई से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये हैं। सुरक्षा इतनी कड़ी की गयी है कि एक परिंदा भी पर नहीं मार सकता। यहां 6000 पुलिसकर्मी, 17 PAC कंपनियां और 10 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की गयी है। 2000 CCTV कैमरे भी लगाये गये हैं. ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है कि इस बार 60 लाख श्रद्धालु आएंगे। 


60 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना

उत्तराखंड सरकार को इस वर्ष करीब 60 लाख श्रद्धालुओं के चारधाम यात्रा में शामिल होने की उम्मीद है। यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या हो सकती है। पिछली बार वर्ष 2024 में यह आंकड़ा लगभग 48 लाख था। उस समय भारी बारिश और भूस्खलन के कारण यात्रा मार्ग बाधित हुआ था।


सुरक्षा के व्यापक प्रबंध

उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) दीपम सेठ ने जानकारी दी है कि इस बार यात्रा मार्गों पर 6000 पुलिसकर्मी, 17 पीएसी (Provincial Armed Constabulary) कंपनियां, और 10 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके अतिरिक्त, एसडीआरएफ (SDRF) के जवानों को भी 65 से अधिक संवेदनशील और दुर्घटना संभावित स्थलों पर तैनात किया जाएगा।


यात्रा क्षेत्र को 15 सुपर ज़ोन में बांटा गया

पूरे चारधाम यात्रा मार्ग को 15 सुपर ज़ोन में विभाजित किया गया है। सुरक्षा निगरानी के लिए 2000 से अधिक CCTV कैमरे स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही गढ़वाल रेंज स्तर पर एक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी तैयार किया गया है, जो हर गतिविधि की निगरानी करेगा।


खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर

डीजीपी सेठ ने यह भी बताया कि खुफिया एजेंसियों को पूरी तरह सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। यात्रा मार्ग पर ट्रैफिक नियंत्रण, आपात सेवाएं, और तत्काल राहत की व्यवस्था भी दुरुस्त की गई है।


चारधाम यात्रा का शेड्यूल

गंगोत्री और यमुनोत्री धाम: कपाट 1 मई को खुलेंगे (उत्तरकाशी जिला)

केदारनाथ धाम: कपाट 2 मई को खुलेंगे

बद्रीनाथ धाम: कपाट 4 मई को खोले जाएंगे


श्रद्धालुओं से सीधा संवाद

डीजीपी सेठ ने ऋषिकेश के ट्रांजिट कैंप में श्रद्धालुओं से मुलाकात कर उनकी प्रतिक्रिया जानी और उन्हें भरोसा दिलाया कि वे निर्भय होकर यात्रा करें, प्रशासन हर स्तर पर उनके साथ है।


बद्रीनाथ धाम में वीडियो कॉलिंग और फोटो पर पाबंदी

चारधाम यात्रा को सुव्यवस्थित और अनुशासित बनाए रखने के लिए इस वर्ष बद्रीनाथ मंदिर परिसर में वीडियो कॉलिंग और फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगाया गया है। नियम तोड़ने वाले श्रद्धालु पर ₹5000 का जुर्माना लगाया जाएगा। यह निर्णय मंदिर की पवित्रता बनाए रखने और भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लिया गया है।