1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 21 Sep 2025 12:16:58 PM IST
डिप्टी सीएम का एक्स अकाउंट - फ़ोटो FILE PHOTO
Deputy Chief Minister : इस वक्त की बड़ी खबर यह निकल कर सामने आ रही है कि उपमुख्यमंत्री का सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर लिया गया है। हैकर्स ने अकाउंट से पाकिस्तान और तुर्की के झंडों की तस्वीरें पोस्ट कीं जिससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। हैकरों ने झंडों की तस्वीरों के साथ लाइव स्ट्रीमिंग भी की। घटना की जानकारी मिलते ही साइबर अपराध पुलिस को सूचित किया गया।
जानकारी के अनुसार, डिप्टी सीएम का एक्स अकाउंट कुछ देर के लिए हैकर्स ने हैक कर लिया। इतना ही नहीं, डिप्टी सीएम के आधिकारिक अकाउंट से पाकिस्तान और तुर्की के झंडों की तस्वीरें पोस्ट की गईं। इसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान हैकरों ने दोनों देशों के झंडे की तस्वीरों को पोस्ट करने के साथ लाइव स्ट्रीमिंग। वह भी उन्होंने यह उस दिन किया, जब रविवार को भारत और पाकिस्तान एशिया कप में अपना दूसरा मैच खेलने वाले हैं।
इस मामले को लेकर एक अधिकारी ने बताया कि अकाउंट हैक होने की जानकारी तुंरत साइबर अपराध पुलिस को दी गई। उपमुख्यमंत्री के एक्स हैंड की प्रभारी हमारी टीम ने बाद में अकाउंट को फिर से रिकवर कर लिया गया है।
इस मामले में साइबर अपराध विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं केवल एक व्यक्तिगत नुकसान नहीं होती, बल्कि सरकारी प्रतिष्ठा और जनता के बीच सुरक्षा की भावना को भी प्रभावित कर सकती हैं। साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के हमलों के पीछे अक्सर राजनीतिक या अंतरराष्ट्रीय उद्देश्यों वाले समूह हो सकते हैं, जो सोशल मीडिया का उपयोग कर प्रचार और भ्रम फैलाने का प्रयास करते हैं।
वहीं, उपमुख्यमंत्री कार्यालय ने इस घटना पर तत्काल प्रतिक्रिया दी और बताया कि अकाउंट को सुरक्षित करने के सभी उपाय किए जा चुके हैं। अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाएंगे। इसके तहत दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (Two-Factor Authentication), नियमित पासवर्ड अपडेट और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की निगरानी को और मजबूत किया जाएगा।
सामाजिक और राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की हैकिंग घटनाएं सिर्फ तकनीकी समस्या नहीं होतीं, बल्कि ये राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी गंभीर मुद्दा बन सकती हैं। इस घटना के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई और कई लोगों ने इस पर चिंता व्यक्त की।
अंततः, उपमुख्यमंत्री के अकाउंट को सुरक्षित कर लिया गया और अब वह पूरी तरह से नियंत्रण में है। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि इस तरह की अफवाहों या हैकिंग की घटनाओं पर ध्यान दिए बिना सरकारी घोषणाओं और आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि राजनीतिक और सरकारी संस्थानों के सोशल मीडिया अकाउंट पर साइबर सुरक्षा का स्तर अत्यंत महत्वपूर्ण है। भविष्य में ऐसे मामलों से बचने के लिए लगातार सतर्कता और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।