हिमाचल के बाढ़ग्रस्त इलाकों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया हवाई सर्वे, आपदा पीड़ितों से मिले और बच्ची को गोद में खिलाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल के बाढ़ प्रभावित कुल्लू, मंडी और चंबा जिलों का हवाई सर्वे किया। उन्होंने आपदा पीड़ितों से मुलाकात की और बाढ़ में माता-पिता व दादी को खो चुकी नन्हीं नितिका को गोद में खिलाया।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 09 Sep 2025 03:06:21 PM IST

HIMACHAL PRADESH

बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा - फ़ोटो सोशल मीडिया

HIMACHAL PRADESH: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर रहे। उन्होंने हेलिकॉप्टर से कुल्लू, मंडी और चंबा जिलों में हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद धर्मशाला में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से आपदा से हुए नुकसान की जानकारी दी। इस बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी मौजूद थे।


प्रधानमंत्री ने मंडी, कुल्लू और चंबा जिले के 18 प्रभावित लोगों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उनकी आपबीती सुनी। इस दौरान उन्होंने एक साल की बच्ची नितिका से भी भेंट की, जिसके माता-पिता और दादी की 30 जून को मंडी में बादल फटने से आई बाढ़ में मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने पहले नितिका को टॉफी दी और फिर उसे गोद में उठाकर दुलारा। वर्तमान में नितिका अपनी बुआ के पास रह रही है।


हिमाचल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम में पंजाब के गुरदासपुर भी जाएंगे, जहां के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे और पीड़ितों मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनेंगे। बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार से 80 हजार करोड़ रुपए की मांग की है। वहीं हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी पीएम मोदी से स्पेशल रिलीफ पैकेज दिये जाने की मांग की। 


अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री बहुत देर से आ रहे हैं, उन्हें और पहले पंजाब आना चाहिए था। जिस दिन यहां बाढ़ आई उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पंजाब आ जाना चाहिए था। लेकिन बाढ़ की तबाही के 22 दिन बाद वो पंजाब आ रहे हैं। इससे पहले उन्होंने पंजाब की इस हालत पर किसी तरह का कोई बयान भी नहीं दिया था। अब देखना यह होगा कि पंजाब के बाढ पीड़ितों के लिए वो क्या कदम उठाते हैं?